ह्यूस्टन: भारत की तीन वर्षीय बच्ची शेरीन मैथ्यू की मौत ‘जानलेवा हिंसा’ के कारण हुई थी। उसकी मौत से जुड़ी बहु-प्रतीक्षित पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। अमेरिकी मीडिया ने जांच से करीब से जुड़े सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। बच्ची का शव करीब तीन माह पहले एक सुरंग से मिला था। शेरीन रिचर्डसन स्थित अपने घर से सात अक्तूबर को लापता हो गई थी। उसका शव 22 अक्तूबर को उपनगरीय डलास में एक सुरंग से मिला था। (पाक को सुरक्षा सहायता रोकने का हाफिज सईद की रिहाई से कोई संबंध नहीं )
डलास, टेक्सास में एक कानून प्रवर्तन अधिकारी ने ‘डब्ल्यूएफएए टीवी स्टेशन’ से इस बात की पुष्टि की कि शेरीन की मौत ‘जान लेने की नीयत से की गई हिंसा के चलते हुई थी।’ सीबीएस न्यूज ने जांच के करीब से जुड़े सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि शेरीन की मौत ‘जानलेवा हिंसा’ के चलते हुई थी।
पूर्व की एक खबर में कहा गया था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट शेरीन को गोद लेने वाले भारतीय-अमेरिकी माता-पिता वेस्ले मैथ्यूज और सिनी मैथ्यूज के वकीलों को सौंप दी गई है। पिछले साल नवंबर के आखिर में एक डॉक्टर ने एक अदालत में गवाही के दौरान दावा किया था कि शेरीन की हड्डियां टूटी हुई थी और उसके शरीर पर जख्म के कई निशान थे। रिचर्डसन पुलिस घटना से जुड़े विवरण को साझा करने के लिए बाद में एक संवाददाता सम्मेलन करेगी।