वॉशिंगटन: कुद्स फोर्ज के कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद ईरान ने अमेरिका को पहली बड़ी चोट दी है। खुद को ईरान के हैकर्स बताने वाले एक संगठन ने अमेरिका की एक सरकारी एजेंसी की वेबसाइट हैक कर ली और उस पर वॉशिंगटन द्वारा ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या के लिए बदले का संदेश लिख दिया। अमेरिका की फेडरल डिपोजिटरी लाइब्रेरी प्रोग्राम की वेबसाइट के स्थान पर शनिवार को ‘ईरानी हैकर्स’ शीर्षक के साथ एक पेज खुलने लगा। इस पेज पर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनी और ईरानी झंडा दिख रहा था।
पेज पर लिखा था, ‘सुलेमानी की शहादत सालों तक उनके अथक प्रयासों का इनाम था।’ पेज पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चेहरे पर ईरान से छोड़ी गई एक मुट्ठी से घूंसा पड़ रहा है और मिलाइलें उड़ रही हैं। तस्वीर पर आगे लिखा है, ‘उनके जाने और ईश्वर की ताकत के साथ उनका काम और रास्ता बंद नहीं होगा और उनके खून और अन्य शहीदों के खून से अपने गंदे हाथ रंगने वाले उन अपराधियों से बदला लिया जाएगा।’ काली बैकग्राउंड के पेज पर सफेद रंग से एक और कैप्शन लिखा था, ‘ईरान की साइबर क्षमता का यह छोटा-सा नमूना है।’
इराक में शुक्रवार तड़के एक ड्रोन हमले में सुलेमानी की मौत होने के बाद ईरान ने अमेरिका से बदला लेने की धमकी दी है। ट्रंप ने कहा है कि सुलेमानी बगदाद में अमेरिका कर्मियों पर बड़ा हमला करने की योजना बना रहे थे। उन्होंने चेतावनी दी है कि अमेरिका ने ईरान के 52 ठिकानों पर निशाना लगाया हुआ है और अगर ईरान ने बदले की भावना के तहत अमेरिकी लोगों या संपत्तियों पर हमला किया तो अमेरिका उन ठिकानों पर 'तुरंत और घातक' हमला करेगा।