वाशिंगटन: भारतीय कैदी कुलभूषण जाधव की पत्नी और मां के साथ ‘‘अमानवीय’’ व्यवहार के खिलाफ भारतीय, अफगान और बलूच मूल के अमेरिकी लोगों ने आज पाकिस्तानी दूतावास के बाहर प्रदर्शन किया। कुलभूषण की पत्नी और मां हाल ही में इस्लामाबाद उनसे मिलने गयी थीं, जहां पाकिस्तानी अधिकारियों ने सुरक्षा जांच के नाम पर उनके साथ खराब व्यवहार किया था। कड़ाके की ठंड के बीच यहां एकत्र हुए प्रदर्शनकारी पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारियों को देने के लिए अपने साथ चप्पलें भी लाये थे। (एक बार फिर हाफिज सईद ने उगला जहर, कहा नहीं बनने देंगे भारत को एशिया का सुपरपावर देश)
‘‘चप्पल चोर पाकिस्तान’’ के नाम से इस प्रदर्शन का आयोजन करने वाले संगठन अमेरिकन फ्रेंड्स ऑफ बलूचिस्तान के संस्थापक अहमार मुस्तिखान ने कहा, ‘‘कुलभूषण जाधव के खिलाफ सुनवायी के दौरान सभी अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन किया गया है क्योंकि मुकदमा सैन्य अदालत में चला है।’’ मुस्तिखान ने कहा कि जाधव से मिलने की अनुमति देने से पहले उसकी पत्नी और मां दोनों से चप्पल, मंगलसूत्र और बिन्दी उतारने को कहा गया था और बाद में उनकी चप्पलें चुरा ली गयीं।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के भीतर 25 दिसंबर को 47 वर्षीय भारतीय कैदी के साथ मुलाकात के दौरान इस्लामाबाद ने जाधव की पत्नी और मां के साथ ‘‘अमानवीय’’ व्यवहार किया। पाकिस्तान की ओर से जारी मुलाकात की तस्वीरों के अनुसार, जाधव कांच की दीवार के पीछे बैठा है और अपनी पत्नी तथा मां से इंटरकॉम पर बात कर रहा है। करीब 40 मिनट तक चली पूरी बातचीत का वीडियो बनाया गया है। अमेरिका में हिन्दु समुदाय के स्थानीय नेता कृष्णा गुडीपति ने कहा, ‘‘पाकिस्तान का हालिया व्यवहार मानवता का मजाक उड़ाता है। श्रीमती कुलभूषण की चप्पल वापस नहीं करके, और उनके बिन्दी और मंगलसूत्र उतारने तथा कपड़े बदलने के लिए कह कर पाकिस्तान ने भारत की सौभाग्यवती महिला के साथ अनैतिक व्यवहार किया है।’’