मेक्सिको सिटी: मेक्सिको में रविवार को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव में लगभग 8.9 करोड़ लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मुख्य मुकाबला दो प्रमुख दक्षिणपंथी पार्टियों पीआरआई और पीएएन के बीच होगा। समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, एक ऐसे देश में जहां भ्रष्टाचार चरम पर है और हिंसा का स्तर बढ़ गया है। इसमें चौंकने वाली बात नहीं है कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओबराडोर को पोल में बढ़त मिली है।
लोपेज ओबराडोर को जीत की उम्मीद
कुछ पोल के मुताबिक, लोपेज ओबराडोर लगभग 50 फीसदी वोटों के साथ जीत सकते हैं। कुछ अपवादों को छोड़कर साल 1929 से देश में इंस्टीट्यूशनल रिवोल्यूशनरी पार्टी (पीआरआई) का शासन रहा है। साल 2000-2006 के दौरान नेशनल एक्शन पार्टी (पीएएन) के विसेंट फॉक्स और 2006-2012 के दौरान फेलीप कालडेरोन का शासन रहा था।
देश की जनता सीनेट के 128 सदस्यों, कांग्रेस के 500 सदस्यों, आठ गवर्नरों, मेक्सिको सिटी के मेयर और स्टेट एवं नगरपालिका स्तर के लगभग 3,000 अधिकारियों का भी चुनाव कर सकती हैं। इस चुनाव में 1.2 अरब डॉलर से अधिक की राशि खर्च होगी, जो आईएनई द्वारा अनुग्रहित सबसे बड़ा चुनावी बजट है।
मैक्सिको में रविवार को होने वाले चुनावों से पहले कुल 133 नेताओं की हत्या
एटलेक्ट संस्था के एक अध्ययन में यह दावा किया गया है कि रविवार को होने वाले चुनावों से पहले कुल 133 नेताओं की हत्या की जा चुकी है। संस्था के मुताबिक देश में बढ़ रही हिंसा ने रिकॉर्ड स्तर पर राजनीति को भी अपनी चपेट में ले लिया है।