वाशिंगटन: व्हाइट हाउस ने आज कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के बीच अगले मंगलवार को सिंगापुर में होने वाली शिखर वार्ता की तैयारियां अच्छी चल रही है और इसमें ‘‘महत्वपूर्ण प्रगति’’ की गई है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा कि दोनों नेता पहले स्थानीय समयानुसार सुबह नौ बजे मिलेंगे और राष्ट्रपति अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से नियमित रूप से जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। शिखर वार्ता में महज एक सप्ताह का समय बचा है लेकिन इसके बारे में बहुत कम जानकारियों की सार्वजनिक तौर पर पुष्टि की गई है। सिंगापुर इस वार्ता की मेजबानी कर रहा है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सिंगापुर में कौन से स्थान पर दोनों नेताओं की बैठक होगी। बहरहाल, अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि जब तक उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियारों पर रोक नहीं लगाता तब तक उसके खिलाफ प्रतिबंध नहीं हटाए जाएंगे। (चार अमेरिकी राष्ट्रपतियों के साथ रहे फ्रैंक कार्लूसी का 87 साल की उम्र में निधन )
आगामी शिखर वार्ता पर सैंडर्स ने कहा, ‘‘मैं आपको बता दूं कि राष्ट्रपति अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से उत्तर कोरिया पर नियमित रूप से जानकारी प्राप्त कर रहे हैं और पहली बैठक 12 जून को सिंगापुर के समयानुसार सुबह नौ बजे होगी जबकि ईस्ट कोस्ट समय के अनुसार 11 जून को रात नौ बजे होगी।’’ उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन शिखर वार्ता की सक्रियता से तैयारी कर रहा है। सैंडर्स ने कहा, ‘‘सिंगापुर में आधुनिक दल लॉजिस्टिकल तैयारियां कर रहा है और शिखर वार्ता शुरू होने तक यह पूरी हो जाएगी। असैन्यीकृत जोन में अमेरिकी राजदूत का प्रतिनिधिमंडल उत्तर कोरिया के प्रतिनिधिमंडल के साथ कूटनीतिक बातचीत कर रहा है। बातचीत बहुत सकारात्मक है और इसमें अहम प्रगति की गई है।’’ ट्रंप ने पिछले सप्ताह शिखर वार्ता की योजना बनाने के लिए व्हाइट हाउस में उत्तर कोरिया के शीर्ष अधिकारी से मुलाकात की थी। किम के शीर्ष सहायक किम योंग चोल ने उन्हें किम जोंग उन का एक पत्र सौंपा था।
यह पूछे जाने पर कि क्या ट्रंप रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और किम जोंग उन के बीच बैठक का समर्थन करते हैं, इस पर सैंडर्स ने कहा कि अभी प्रशासन का ध्यान राष्ट्रपति की उत्तर कोरियाई नेता के साथ बैठक पर है। उन्होंने कहा, ‘‘जब हम सिंगापुर में होंगे तो राष्ट्रपति उनसे सीधे अपने विचार साझा करेंगे और हमारा मुख्य ध्यान परमाणु निरस्त्रीकरण पर होगा।’’ उत्तर कोरिया पर ‘‘अधिकतम दबाव’’ बनाने की नीति पर एक सवाल के जवाब में प्रेस सचिव ने कहा कि प्योंगयांग को लेकर अमेरिका की नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी नीति नहीं बदली है। जैसा कि राष्ट्रपति ने कहा कि हमने उन पर प्रतिबंध लगा रखे हैं। वे बहुत शक्तिशाली हैं और जब तक उत्तर कोरिया परमाणु हथियार मुक्त क्षेत्र नहीं बनेगा तब तक हम प्रतिबंध नहीं हटाएंगे।’’