संयुक्त राष्ट्र: पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंतोनियो लुईस दा कोस्ता ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की स्थाई सदस्यता के लिए भारत की मुहिम का समर्थन किया है और इस बात पर जोर दिया कि वैश्विक संस्था की सबसे ताकतवर शाखा में व्यापक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए इन प्रयासों को निश्चित रूप से जारी रखा जाना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र महासभा में बुधवार को अपने संबोधन में दा कोस्ता ने कहा, ‘स्थाई शांति हासिल करने के लिए हमें संगठन के ढांचे और जमीनी स्तर पर अभियान में बेहतर सहयोग की आवश्यकता होगी।’
उन्होंने कहा,‘आज की दुनिया का व्यापक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के वास्ते जारी प्रयासों से सुरक्षा परिषद में सुधार को नई गति भी मिलनी चाहिए। अफ्रीकी महाद्वीप को भी स्थाई मौजूदगी से इनकार नहीं किया जा सकता और ब्राजील तथा भारत भी 2 अपरिहार्य उदाहरण है।’ पुर्तगाल के प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक समस्या की जटिलता का सामना कर रहे इन देशों को अपनी भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता है जिसमें न केवल राज्य शामिल हों बल्कि सिविल सोसाइटी, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान, सार्वजनिक एवं निजी संस्थाओं को भी शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शांति एवं सुरक्षा की संरचना में सुधार परम प्राथमिकता है।
इस साल जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब लिस्बन की यात्रा पर थे तब प्रधानमंत्री दा कोस्ता ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता के लिए भारत को पुर्तगाल का समर्थन व्यक्त किया था। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा ने यह अनुरोध किया था कि सुरक्षा परिषद में सुधार किया जाए क्योंकि यह अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा को बनाए रखने के लिए अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन में अक्षम है।