वाशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान शीर्ष अमेरिकी मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (CEO) के साथ बैठक में भारत में रोजगार सृजन पर विचार विमर्श करेंगे। प्रधानमंत्री के साथ बैठक में वॉल-मार्ट, एपल और कैटरपिलर जैसी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी शामिल होंगे। समझा जाता है कि इस बैठक में लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में दक्षता, नोटबंदी के बाद के वृहद आर्थकि परिदृश्य और अगले महीने लागू होने वाले माल एवं सेवा कर (GST) से होने वाले संभावित लाभों पर चर्चा होगी। (योग दिवस के मौके पर मुस्लिम देशों ने भी किया योगाभ्यास)
प्रौद्योगिकी कंपनियों के मुख्य कार्यकारियों के साथ बैठक में आईटी उद्योग पर नए वीजा अंकुशों के प्रभाव पर भी बातचीत होगी। उद्योग जगत के एक दिग्गज ने कहा कि वाशिंगटन में प्रधानमंत्री और करीब 20 शीर्ष अमेरिकी मुख्य कार्यकारियों के बीच विचार विमर्श मुख्य रूप से रोजगार पर केंद्रित रहेगा।
सरकार रोजगार के मोर्चे पर काफी ध्यान दे रही है। ऐसा अनुमान है कि सालाना आधार पर 1.2 करोड़ रोजगार के अवसरों से 30 से 40 प्रतिशत सिर्फ खुदरा क्षेत्र में पैदा होंगे। प्रधानमंत्री मोदी अपनी अमेरिका यात्रा में 26 जून को राष्ट्रपति ट्रंप के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे जिनमें आतंकवाद से लेकर एच1बी वीजा नियमों को लेकर भारत की चिंताएं शामिल हैं। मोदी व ट्रंप में यह पहली द्विपक्षीय बैठक होगी। उद्योग जगत के प्रतिनिधि के रूप में मोदी की अमेरिका यात्रा की तैयारियों में शमिल अघी ने कहा कि एच1बी वीजा कार्यक्रम दोनों नेताओं की बातचीत में कोई बड़ा मुद्दा बनेगा इसकी संभावना कम ही है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसका भारत अमेरिका संबंधों पर कोई बड़ा असर पड़ने की संभावना नहीं है।