नई दिल्ली। 'हाउडी मोदी' जैसे भव्य आयोजन के चलते पहले ही चर्चा में आया नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरा अब एक और सम्मान के चलते सुर्खियां बटोर रहा है। स्वच्छता की दिशा में किए गए महत्वपूर्ण सुधार और उनके नेतृत्व के लिए बिल ऐंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन उन्हें प्रतिष्ठित 'ग्लोबल गोलकीपर अवॉर्ड' से सम्मानित करेगा। लेकिन जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के विरोध में कुछ संगठन प्रधानमंत्री मोदी को मिलने वाले सम्मान का विरोध कर रहे हैं।
बिल ऐंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने बताया कि मोदी को 2019 का 'ग्लोबल गोलकीपर अवॉर्ड' प्रदान किया जाएगा। फाउंडेशन के अनुसार इस पुरस्कार का उद्देश्य ऐसे राजनीतिक नेता को विशेष सम्मान प्रदान करना है, जिन्होंने अपने देश में या विश्व स्तर पर प्रभावशाली कार्यों के माध्यम से ग्लोबल गोल्स के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
स्वच्छता को लेकर सबसे बड़ी पहल
प्रधानमंत्री ने 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की थी। इस मिशन का उद्देश्य महात्मा गांधी को उनकी 150 वीं जयंती पर श्रद्धांजलि स्वरूप देश में सार्वभौमिक स्वच्छता कवरेज को हासिल करने के प्रयासों में तेजी लाना है। 2 अक्टूबर, 2019 तक खुले में शौच को खत्म करने के लिए अब तक 9 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं और वर्तमान में ग्रामीण स्वच्छता कवरेज भारत के 98 प्रतिशत गांवों तक पहुंच गया है, जो चार साल पहले तक महज 38 प्रतिशत ही था।
जानिए क्यों है विरोध
बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की ओर से मिलने वाले सम्मन को लेकर कुछ लोग कश्मीर की स्थिति को लेकर फाउंडेशन से अवार्ड नहीं देने की मांग कर रहे हैं। गेट्स फाउंडेशन ने एक बयान में कहा कि वह याचिकाकर्ताओं के विचारों का सम्मान करता है। लेकिन, मोदी को भारत में 50 करोड़ लोगों को स्वच्छता मुहैया कराने के लिए उन्हें सम्मानित किया जाएगा।