वाशिंगटन: अमेरिका में पाकिस्तानी असंतुष्टों के एक समूह ने मारे गये अल-कायदा प्रमुख और 9/11 हमले के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन को ‘‘शहीद’’ कहने पर प्रधानमंत्री इमरान खान की आलोचना की और उनके इस बयान को लेकर नाराजगी जतायी। साउथ एशियन्स अगेंस्ट टेररिज्म एंड फोर ह्यूमन राइट्स (साथ) फोरम के बैनर तले समूह ने संसद में इस तरह का बयान देने के लिए खान की निंदा की। समूह में अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत रहे हुसैन हक्कानी भी शामिल हैं।
समूह के बयान में कहा गया, ‘‘इससे दुखद बात क्या हो सकती है कि इमरान खान ने पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के अंदर यह दावा किया। पाकिस्तान के एक अन्य प्रधानमंत्री, यूसुफ रजा गिलानी ने 9 मई, 2011 को नेशनल असेंबली में बिन लादेन को आतंकवादी घोषित किया था और उसके मारे जाने का स्वागत किया था 25 जून को बजट सत्र के दौरान संसद में अपने संबोधन में खान ने लादेन को शहीद कहा था और कहा कि आतंक के खिलाफ अमेरिकी हमले के बाद पाकिस्तान को ‘‘शर्मिंदगी’’ का सामना करना पड़ा था।
खान ने कहा था, ‘‘दुनिया भर में पाकिस्तानियों के लिए, यह एक शर्मनाक पल था जब अमेरिकियों ने एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन को मार डाला। उसे शहीद कर दिया। उसके बाद पूरी दुनिया ने हमें गाली देना शुरू कर दिया। हमारा सहयोगी हमारे देश के अंदर आया और बिना हमें बताए किसी को मार कर चला गया। आतंकवादियों के खिलाफ अमेरिका के हमले के कारण अब तक 70,000 पाकिस्तानी मारे गए हैं।’’
गौरतलब है कि ओसामा बिन लादेन को यूएस नेवी सील्स ने मई, 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में मार गिराया था। खान के बयान की आलोचना करते हुए, साथ ने कहा, "यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि 9/11 को हुए कहर के अलावा, पूरी दुनिया में, कई हमलों को अंजाम देने वाले बिन लादेन ने हजारों पाकिस्तानियों और अफगानों की जान ली थी। पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ के अनुसार, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में छिपे रहने के दौरान वह अपनी भयानक योजनाओं की साजिश रच रहा था।