संयुक्त राष्ट्र: पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद के प्रमुख के सामने कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि घाटी की स्थिति और नियंत्रण रेखा पर तनाव में वृद्धि से अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की राजदूत मलीहा लोधी ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि उन्होंने अप्रैल के लिए सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष, संयुक्त राष्ट्र में पेरु के स्थायी राजदूत गुस्टाव मेजाकुआड्रा के सामने कश्मीर का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कश्मीर की गंभीर स्थिति और नियंत्रण रेखा पर तनाव में वृद्धि से अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने एक ट्वीट में बताया कि उन्होंने कश्मीर एकजुटता दिवस के मौके पर पाकिस्तान मिशन में एक बैठक में पाकिस्तानी और कश्मीरी समुदाय के सदस्यों के साथ कश्मीर की स्थिति पर चर्चा भी की।
इससे पहले लोधी ने ट्वीट किया था कि पाकिस्तान कश्मीरी भाई-बहनों के साहसपूर्ण संघर्ष का समर्थन करता रहेगा। उन्होंने अपना यह रुख दोहराया कि सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों के अनुरुप कश्मीर मुद्दे का शांतिपूर्ण हल ही दक्षिण एशिया में स्थायी शांति एवं स्थायित्व की पूर्व शर्त है। पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र में लगातार कश्मीर मुद्दा उठाता रहा है और भारत के साथ इस विवाद में उसके दखल की मांग करता रहा है। परंतु, भारत का सदैव यह कहना रहा है कि कश्मीर पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय मुद्दा है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेज ने कश्मीर में हालात पर चिंता जाहिर की है। हालांकि संयुक्त राष्ट्र कहता आया है कि भारत और पाकिस्तान को ‘बातचीत तथा वार्ता’ के माध्यम से एक शांतिपूर्ण समाधान निकालने की जरूरत है।
पिछले सप्ताह जम्मू-कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों ने 3 आतंकवाद रोधी अभियान चलाए जिनमें 13 आतंकवादी मारे गए थे। जम्मू कश्मीर के अनंतनाग और शोपियां जिलों में सेना के 3 जवान शहीद हो गए थे और 4 नागरिकों की भी जान चली गई थी। अधिकारियों ने बताया कि मारे गए 13 आतंकवादियों में से 11 की पहचान हो गई है और वे सभी स्थानीय थे। इनमें से एक आतंकवादी लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की निर्मम हत्या में लिप्त था।