वॉशिंगटन: अमेरिका के निवर्तमान उपराष्ट्रपति जो बिडेन ने यह माना कि परमाणु युद्ध के खतरे को बढ़ाने में पाकिस्तान का हाथ है। बिडेन ने कहा कि सिर्फ उत्तर कोरिया ही नहीं बल्कि पाकिस्तान, रूस ने भी ऐसे अनुत्पादक कदम उठाए जिससे किसी क्षेत्रीय संघर्ष में परमाणु हथियार का इस्तेमाल करने का खतरा बढ़ा।
बिडेन ने परमाणु सुरक्षा पर अपनी टिप्पणी में कहा, न केवल उत्तर कोरिया बल्कि रूस, पाकिस्तान और अन्य ने अनुत्पादक कदम उठाये जिससे केवल इसका खतरा बढ़ा कि परमाणु हथियारों का इस्तेमाल यूरोप, दक्षिण एशिया या पूर्वी एशिया में किसी क्षेत्रीय संघर्ष में किया जा सकता है।
बिडेन ने ओबामा प्रशासन के आठ साल पूरे होने के एक हफ्ते पहले कहा कि कांग्रेस के साथ काम करते हुए अगले प्रशासन को इन खतरों को संभालना होगा और विश्व में परमाणु हथियारों को कम करने के लिए वैश्विक आमसहमति बनाने का नेतृत्व करना होगा।
उन्होंने कहा, एक परमाणु बम भी भयंकर नुकसान कर सकता है। इसी वजह से आठ साल पहले राष्ट्रपति ओबामा और मेरी पद संभालने के दिन से ही परमाणु हमले के खतरे को कम करना मुख्य राष्ट्रीय सुरक्षा प्राथमिकता रही है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका के नेतृत्व की वजह से अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब परमाणु आतंकवाद रोकने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उन्होंने ओबामा प्रशासन के बीते आठ सालों में उठाये गए कदमों का जिक्र करते हुए कहा कि इन प्रयासों से परमाणु हथियार में इस्तेमाल होने वाली सामग्री की आपूर्ति में कमी आयी है।