वॉशिंगटन: अफगानिस्तान के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पाकिस्तान आतंकी संगठन तालिबान का लगातार समर्थन कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व में नई सरकार गठित होने के बावजूद देश की इस नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है। अफगानिस्तान के मुख्य कार्यकारी अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने बुधवार को विदेश मामलों की परिषद में कहा कि शांति और गंभीर वार्ता के लिए कुछ चीजों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि तालिबान का समर्थन करने वालों को समझाने की जरूरत है।
अब्दुल्ला ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘तालिबान का समर्थन करने वाले लोगों को मनाने और समझाने या समहत करने की जरूरत है ताकि वे समर्थन बंद करे। और एक देश जिसके पास इसकी चाबी है वह पाकिस्तान है।’ उन्होंने उल्लेख किया कि पाकिस्तान में नई सरकार के गठन के बावजूद, जहां तक तालिबान के मामले में उनकी नीति का संबंध है, उसमें कोई नीतिगत और वास्तविक परिवर्तन नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘पूर्व में उन्होंने वादा किया था कि वे तालिबान को वार्ता की मेज पर लाएंगे और अन्य पर दबाव बनाएंगे। हम इस तरह का कुछ नहीं देखते हैं। लेकिन हम अब भी आशान्वित हैं।’ हालांकि, अब्दुल्ला ने कहा कि अफगानिस्तान इस उम्मीद में पाक के साथ लगातार संपर्क में रहेगा कि उसे यह समझ आएगी कि ऐसे समूह किसी देश के हितों की पूर्ति नहीं कर सकते हैं।