न्यूयॉर्क: पाकिस्तान ने मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद से पूछताछ करना चाह रही संयुक्त राष्ट्र की एक टीम का वीजा अनुरोध ठुकरा दिया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध सूची से अपना नाम हटवाने के लिए सईद की ओर से दायर अर्जी के सिलसिले में यह टीम पाकिस्तान में जमात-उद-दावा प्रमुख से पूछताछ करना चाह रही थी। संयुक्त राष्ट्र के सूत्रों ने यह जानकारी दी।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित जमात-उद-दावा के प्रमुख सईद पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव 1267 के तहत दिसंबर 2008 में पाबंदी लगाई थी। मुंबई हमलों के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उसे प्रतिबंधित किया था। मुंबई हमलों में 166 लोग मारे गए थे। नवंबर 2017 में पाकिस्तान में उसे नजरबंदी से रिहा किया गया था।
संयुक्त राष्ट्र के सूत्रों ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी मिशन के एक प्रतिनिधि ने पिछले साल अक्टूबर में संरा लोकपाल को सूचित किया था कि उनकी पाकिस्तान यात्रा के लिए कोई वीजा नहीं जारी किया जाएगा। संरा लोकपाल विश्व संस्था द्वारा प्रतिबंधित लोगों एवं संगठनों द्वारा उन्हें प्रतिबंध सूची से हटाने के अनुरोधों की समीक्षा करता है।
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी प्रतिनिधियों ने दौरा 2019 के आरंभ तक स्थगित करने की मांग की थी लेकिन लोकपाल ने साफ कर दिया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संबंधित प्रावधानों के कारण यात्रा के लिए इस तरह का समय नहीं बढ़ाया जा सकता और दिसंबर 2018 तक ही इसे बढ़ाया जा सकता है।
पाकिस्तानी अधिकारी पाकिस्तान के दौरे के संबंध में लोकपाल को समय पर वाकिफ कराने में नाकाम रहे जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र टीम ने सईद के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कराने की मांग की थी। संयुक्त राष्ट्र के सूत्रों ने बताया कि वीडियो साक्षात्कार के बाद संयुक्त राष्ट्र लोकपाल ने तय किया कि प्रस्ताव 1267 अल कायदा प्रतिबंध कमेटी सूची से सईद का नाम नहीं हटाया जाएगा।