न्यूयॉर्क: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करने से पहले काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशन के एक कार्यक्रम में बातचीत के दौरान कहा कि पाकिस्तान और भारत दो परमाणु सशस्त्र देश है और उनके बीच किसी भी संघर्ष का दक्षिण एशिया पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इमरान खान ने इस कार्यक्रम में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को कश्मीर के दीर्घकालिक मुद्दे के समाधान में एक उचित भूमिका निभानी चाहिए।
इमरान खान की डोनाल्ड ट्रंप से सोमवार को रात 10 बैठक होनी है। इस दौरान इमरान कश्मीर को लेकर एक बार फिर ट्रंप से चर्चा करेंगे। इससे पहले जुलाई में जब दोनों नेता की मुलाकात हुई थी तब भी इमरान ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर हाय तौबा मचाई थी जिसके बाद ट्रंप ने कश्मीर को भारत का आतंरिक मामला करार दिया था।
ह्यूस्टन में पीएम मोदी भी ट्रंप के सामने कह चुके है कि पाकिस्तान ने भारत के प्रति घृणा को अपने शासन का केंद्रबिंदु बनाया है। वे अशांति चाहते हैं। वो आतंक को पालते हैं, पोसते हैं।" मोदी ने कार्यक्रम के दौरान बताया था कि "मैं यहां जोर देकर कहना चाहूंगा कि इस लड़ाई में राष्ट्रपति ट्रंप पूरी मजबूती के साथ आतंक के खिलाफ खड़े हैं।"