बीते मंगलवार को मेक्सिको में आए भयावह भूकंप में एक ही झटकें में वहां रहने वाले लोगों की जिंदगी तबाह हो गई। मेक्सिको में जहां भूकंप की वजह से एक झटके में ही सबकुछ खत्म हो गया वहीं दूसरी ओर मेक्सिको सिटी के एक अस्पताल में 9 साल की बच्ची की ओपन हार्ट सर्जरी की जा रही थी। हैरान करने की बात तो यह है कि भूकंप के झटकों के दौरान भी यह सर्जरी चलती रही। अस्पताल ने बताया कि जब भूतंप आया डॉक्टर बच्ची की ओपन हार्ट सर्जरी कर रहे थे। जिसे भूकंप के दौरान जारी रखा गया। भूकंप के दौरान डॉक्टरों को सर्जरी करते हुए लगभग 5 घंटे हो चुके थे। डॉक्टर सर्जरी को बीच में रोक नहीं सकते थे जिसके चलते उन्हें भूकंप के दौरान भी सर्जरी करनी पड़ी। डॉक्टरों, नर्सों, एनेस्थेसिया विशेषज्ञों पर इस भूकंप का कोई असर नहीं पड़ा और वह सहज बने रहे लेकिन सर्जरी सफल रही। बच्ची की जान को बचा लिया गया है। बच्ची की मां ने ऑपरेशन सफल होने के लिए डॉक्टरों की पूरी टीम को बधाई दी। (अफगानिस्तान में भारत की भूमिका को लेकर अमेरिका ने की तारीफ, पाक को लगी मिर्ची)
गौरतलब है कि मेक्सिको में आए 7.1 तीव्रता के भीषण भूकंप में कम से कम 248 लोग मारे गए हैं और इनमें 21 बच्चे शामिल हैं। ये बच्चे भूकंप के कारण ध्वस्त हुई एक स्कूल की इमारत के नीचे दबने से मारे गए हैं। इस भीषण भूकंप में मची तबाही ने वर्ष 1985 के शक्तिशाली भूकंप की काली यादों को ताजा कर दिया। वह भूकंप इस देश का अब तक का सबसे भयंकर भूकंप था। हालिया भूकंप में सबसे ज्यादा दिल दहला देने वाला दृश्य एनरीके रेब्सामेन प्राइमरी स्कूल का था। मेक्सिको सिटी के दक्षिणी हिस्से में स्थित इस स्कूल की तीन मंजिले ढह गई थीं और छात्र एवं शिक्षक इसके नीचे फंस गए थे।
मेक्सिकन नौसेना के मेजर जोस लुइस वरगारा ने कल कहा कि 21 बच्चे और पांच व्यस्क मारे गए हैं। मेजर जोस राहत कार्यों में समन्वय का काम कर रहे हैं। इस कार्य में सैंकड़ों सैनिक, पुलिस, असैन्य स्वयंसेवी और खोजी कुो शामिल हैं। उन्होंने कहा कि 30 से 40 लोग अब भी अंदर फंसे हैं और 11 बच्चों को बचाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि आपातकर्मियों को मलबे के नीचे एक शिक्षक और एक छात्र जीवित मिला है और उन्हें बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है।