वाशिंगटन: पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा प्रशासन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रहीं सुसन राइस ने 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूस के दखल के आरोपों पर सीनेट में होने वाली सुनवाई में बयान देने से मना कर दिया है। राइस के वकील ने सुनवाई करने वाले सीनेटरों को सुसन के हाजिर नहीं होने की सूचना पत्र के जरिए दे दी है। पूर्व ओबामा प्रशासन के दो अधिकारियों को भी सीनेट ज्यूडीशियरी सब कमेटी के समक्ष सोमवार को बयान देने हैं। (वैज्ञानिक की चेतावनी, इंसान छोड़ दे धरती, नहीं तो जिंदा रहना मुश्किल)
यह सबकमेटी कांग्रेस के उन तीन पैनलों में से एक है, जो साल 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूस की भूमिका की जांच कर रही है। राइस के वकील ने बताया कि राइस को बयान देने का निमंत्रण सबकमेटी के रिपब्लिकन अध्यक्ष की ओर से भेजा गया था न कि पैनल में शामिल वरिष्ठ डेमोक्रेट की ओर से।
राइस उस समय इस जांच के केंद्र में आ गई थी जब ट्रंप ने कहा कि उन्होंने एक खुफिया रिर्पोट में शामिल ट्रंप के सहयोगी का नाम का खुलासा करने के लिए कह कर अपराध किया हो। वहीं, राइस का कहना है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया। लेकिन पूर्व ओबामा प्रशासन में मुख्य पद पर रहने के कारण वह सांसदों के सवालों का जवाब देने के लिए महत्वपूर्ण हैं। उनके वकील कैथरीन रूमेलर ने बताता कि राइस का रवैया सहयोगपूर्ण है लेकिन पूर्व राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को बयान देने के लिए कांगे्रस की ओर से बुलाया जाना बेहद दुर्लभ घटना है।