वॉशिंगटन: अमेरिका में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में भारतीय मूल के लोगों और प्रवासी भारतीयों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। ऐसे ही एक कार्यक्रम में उस समय दिलचस्प स्थिति पैदा हो गई जब भारत का स्वतंत्रता दिवस मना रहे एक समूह के सामने कुछ खालिस्तान समर्थक इकट्ठा होकर नारेबाजी करने लगे। हालांकि खालिस्तान समर्थकों की नारेबाजी से कोई फर्क नहीं पड़ा और स्वतंत्रता दिवस मना रहे लोगों ने उन्हें करारा जवाब दिया।
खालिस्तानी समर्थकों की बोलती बंद!
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट्स के मुताबिक, खालिस्तान समर्थक भारतीय स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम के दौरान भारत विरोधी नारेबाजी कर रहे थे। हालांकि, ये सिर्फ 10-12 लोग थे जबकि तिरंगा लहराते भारतीय समर्थक इनसे काफी बड़ी संख्या में वहां मौजूद थे। भारतीय समर्थकों के आगे खालिस्तान के समर्थकों की एक नहीं चल पा रही थी। गौरतलब है कि अमेरिका में नारेबाजी और प्रदर्शन गैरकानूनी नहीं है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा फंड किए गए खालिस्तानी समूह इसी बात का फायदा उठाते हैं।
‘हम भारत के साथ एकता दिवस मना रहे हैं’
इस दौरान एक शख्स ने कहा, 'हम भारत के लिए एकता दिवस मना रहे हैं। भारत ने आर्टिकल 370 हटा दिया है और यह भारतीय संघ की एक बड़ी जीत है। सिख समुदाय भारत के साथ है। भारत में एक ऐसी सरकार है जिसमें शिरोमणि अकाली दल के नेता भी शामिल हैं। वे भारत सरकार का हिस्सा हैं।' वहीं, एक दूसरे शख्स ने कहा कि अब भारत एक देश के तौर पर उभरा है और कोई दूसरा झंडा नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिए अब पीओके में कुछ नहीं बचा है और उसे वहां से चले जाना चाहिए।
वॉशिंगटन दूतावास में मनाया गया स्वतंत्रता दिवस
आपको बता दें कि देश का 73वां स्वतंत्रता दिवस वॉशिंगटन में दूतावास रेजिडेंस में मनाया गया। ऐसा पहली बार था जब इस कार्यक्रम को आम लोगों के लिए भी रखा गया। इसमें भारतीय-अमेरिका समुदाय के लगभग 500 सदस्य शामिल हुए। इस खास मौके पर भारत के राजदूत हर्ष श्रृंगला ने लोगों का अभिवादन किया। इस मौके पर श्रंगला ने कहा कि जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म किया जाना ‘देश की एकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक’ कदम है। (ANI)