वाशिंगटन: अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) के निदेशक माइक पोम्पियो का कहना है कि अमेरिकी सरकार उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन के साथ बातचीत के दौरान प्रतिबंधों में किसी तरह की ढील नहीं देगी। अमेरिका की शर्त है कि वार्ता के लिए उत्तर कोरिया को पहले अपने मिसाइल परीक्षणों को रोकना होगा। पोम्पियो ने कहा, "जब दोनों नेताओं के बीच बातचीत हो रही होगी, उस दौरान उत्तर कोरिया को किसी तरह की रियायत नहीं दी जाएगी। राष्ट्रपति ट्रंप समस्या का समाधान करने जा रहे हैं।" (UN ने की श्रीलंका में मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा की निंदा कहा, आरोपियों को न्याय के कटघरे में लाए )
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, सीआईए प्रमुख ने कहा कि उत्तर कोरिया को पूर्ण और पुख्ता प्रमाण देना होगा कि उसने अपने मिसाइल कार्यक्रम रोक दिए हैं। गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंपप ने शनिवार शाम को पेंस्लिवेनिया में अपने संबोधन में दौरा कहा था कि किम जोंग के साथ उनकी वार्ता सफल होगी।
पोम्पियो ने कहा, "राष्ट्रपति ने फैसला ले लिया है। यह किम जोंग उन से मिलने का सही समय है।" हालांकि, पहले दोनों नेताओं के बीच यह बैठक मई महीने में होने की बात कही जा रही थी लेकिन बाद में व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव साराह सैंडर्स ने कहा कि अभी इस मुलाकात का स्थान और तारीख निर्धारित नहीं हुआ है।