पालो अल्टो: अर्थशास्त्र के लिए सबसे कम उम्र में नोबेल पुरस्कार जीतने वाले केनेथ जे ऐरो का निधन हो गया। वह 95 साल के थे। उनके जोखिम, नवोन्मेष एवं बाजार के बुनियादी गणित संबंधी सिद्धांतों ने स्वास्थ्य बीमा से लेकर उच्च वित्त तक सभी पर सोच को प्रभावित किया था। केनेथ जे ऐरो के पुत्र डेविड ऐरो ने बताया कि उनका निधन मंगलवार को सैन फ्रांसिस्को बे इलाके के पालो अल्टो स्थित घर में हो गया।
- 'हाफिज पर पाक की कार्रवाई ढकोसला, करो भारत के हवाले'
- ट्रंप विरोधी जैकेट के वजब से महिला को नहां जाने दिया लिंकन सेंटर
उन्होंने बताया, वह बहुत प्यारे इंसान, अच्छे पिता होने के साथ बहुत विनम्र व्यक्ति थे। उन्हें लोगों की बहुत परवाह थी। डेविड ऐरो ने कहा, मुझे लगता है कि उनकी अकादमिक उपलब्धियां, जिसके बारे में लोग बाते करते हैं, बहुत बड़ी और संभावनाओं वाली थीं। लेकिन उनका ध्यान हमेशा इस बात पर रहता था कि उनके काम से लोगों पर क्या फर्क पड़ेगा। उन्होंने बताया, वास्तव में लोग अकसर तार्किक तरीके से व्यवहार नहीं करते थे, यह एक पहलू है, जिसके बारे में हमेशा उनका ध्यान रहता था कि उनका काम किस प्रकार से लोगों के जीवन को प्रभावित करता है।
उल्लेखनीय है कि ऐरो और ब्रिटिश अर्थशास्त्री सर जॉन आर हिक्स ने 1972 में सम्मिलित रूप से अर्थशास्त्र विज्ञान के लिए नोबेल मेमोरियल पुरस्कार जीता था। यह पुरस्कार उन्हें सामान्य संतुलन के सिद्धान्त पर अग्रणी गणितीय कार्य के लिए दिया गया था। उनका कहना था कि समूची अर्थव्यवस्था में मांग और आपूर्ति के बीच समग्र संतुलन है। उन्होंने उत्पादों की बिक्री में शामिल कारकों के लिए एक गणितीय मॉडल पेश किया था। ऐरो ने अपना ज्यादातर समय स्टैनफोर्ड युनिवर्सिटी में बिताया। हालांकि उन्होंने 11 साल तक हार्वर्ड विश्वविद्यालय में भी पढ़ाया। उन्हें एक संरक्षक के रूप में भी जाना जाता था। उनके पढ़ाये हुये पांच छात्रों को बाद में नोबेल पुरस्कार मिला।