वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि अफगानिस्तान से पूरी तरह से अमेरिकी सैनिकों की वापसी नहीं होगी। उनका कहना है कि अमेरिका को इस युद्ध ग्रस्त देश में ‘मौजूद’ रहना ही होगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि तालिबान फिर से यहां अपना कब्जा स्थापित न करे। ट्रंप ने 2016 में राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी और अमेरिका का लंबे समय से अफगानिस्तान में चल रहे युद्ध का खत्म करने का संकल्प लिया था।
ट्रंप ने अपने ओवल कार्यालय में मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारे पास खुफिया जानकारी रहेंगी, और हमारा कोई न कोई वहां हमेशा मौजूद रहेगा। ट्रंप अफगानिस्तान में तालिबान के साथ चल रही शांति वार्ता पर संवाददाताओं के प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि वह कई विकल्पों पर गौर करना चाहेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘ एक विकल्प तो अभी चल ही रहा है। हम एक योजना के बारे में बात कर रहे हैं-मुझे नहीं पता कि मुझे यह योजना स्वीकार होगी या नहीं, हो सकता है कि वह उन्हें स्वीकार न हो। लेकिन हम बात कर रहे हैं। हमारी अच्छी बातचीत चल रही है और हम देखेंगे कि क्या होता है। अन्य राष्ट्रपतियों ने जो किया है, यह उससे ज्यादा है।’’ ट्रंप ने अफगानिस्तान से पूरी तरह से अमेरिकी सैनिकों की वापसी से इनकार करते हुए कहा, ‘‘ हमने संख्या कम की है। हम अपने कुछ सैनिकों को वापस ला रहे हैं। लेकिन हमें वहां अपनी उपस्थिति रखनी होगी।