वाशिंगटन: अमेरिका के शीर्ष सांसदों ने पाकिस्तान को 25.5 करोड़ डॉलर की सहायता रोकने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रूख की सराहना की है। इन सांसदों में उनके कुछ आलोचक भी शामिल हैं। सहायता रोकने का फैसला लेते हुए अमेरिका ने कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ इस्लामाबाद की प्रतिक्रिया को देखते हुए यह कदम उठाया गया है, और यह इसी पर निर्भर करेगा। सीनेटर रैंड पॉल ने इस रूख पर ट्रंप के साथ अपनी सहमति जताते हुए कल कहा था कि पाकिस्तान को मिलने वाली अमेरिकी सहायता रोकने के लिए वह संसद में एक विधेयक लाएंगे। (अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की किम जोंग को धमकी, कहा-मेरे डेस्क पर भी न्यूक्लियर बम का बटन रहता है )
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस मुद्दे पर पूरी तरह से राष्ट्रपति ट्रंप से सहमत हूं। अमेरिका ने 2002 से पाकिस्तान को 34 अरब अमेरिकी डॉलर और सैन्य प्रतिपूर्ति की सीधे मदद की है। लेकिन पाकिस्तान अमेरिकी हितों को नहीं देख रहा है।’’ व्हाइट हाउस ने यह आंकड़ा 33 अरब अमेरिकी डॉलर का बताया था। केंटुकी से सीनेटर ने सोमवार को ट्रंप के ट्वीट पर अपना समर्थन व्यक्त किया। इस ट्वीट में ट्रंप ने पाकिस्तान पर अमेरिका से अरबों डॉलर की मदद मिलने के बावजूद बदले में झूठ और छल के अलावा कुछ भी नहीं मिलने का आरोप लगाया था और आगे और सहायता नहीं देने की घोषणा की थी।
सांसद डाना रोहरबशर ने भी पाकिस्तान की ‘यथार्थवादी मूल्यांकन’ को लेकर ट्रंप की सराहना की है। उन्होंने कहा है, ‘‘पाकिस्तान सरकार आधुनिक सभ्यता और हिंसक धार्मिक कट्टरवाद दोनों पक्षों के बीच खेल में बनी रहती है।’’ कांग्रेस के सांसद रिक नोलन ने भी पाकिस्तान पर ट्रंप के रूख की सराहना की है।