वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि यदि उन्हें वैश्विक उद्यमिता शिखर सम्मेलन :जीईएस: के लिए आमंत्रित किया जाता है तो वह अगले वर्ष भारत की यात्रा कर सकते हैं। ओबामा ने कैलिफोर्निया में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में जीईएस को संबोधित करते हुए कहा, यदि मुझे आमंत्रित किया जाता है, तो मैं रकने की कोशिश करूंगा। जीईएस विश्व भर के उद्यमियों को एक मंच पर साथ लाने के लिए ओबामा की एक निजी पहल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस माह की शुरूआत में व्हाइट हाउस में ओबामा के साथ बैठक के बाद घोषणा की थी कि भारत आगामी जीईएस की मेजबानी करेगा। ओबामा प्रशासन ने ओबामा की विरासत को जारी रखने के लिए भारत को धन्यवाद दिया है। विदेश मंत्री जॉन किर्बी ने गुरूवार को शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन में कहा था, यह वास्तव में उपयुक्त है कि हम यहां इसके लिए एकत्र हुए हैं जो कि राष्ट्रपति ओबामा के तहत जीईएस का अंतिम सम्मेलन है लेकिन यह जारी रहेगा और जैसा कि आप जानते हैं, यह भारत में अगले साल आयोजित होगा।
पहला जीईएस 2010 में अमेरिका में आयोजित हुआ था जिसके बाद इसका आयोजन तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, मलेशिया, मोरक्को और केन्या ने किया। वैश्विक उद्यमिता शिखर सम्मेलन, 2016 में 170 देशों के 700 से अधिक उद्यमी और 300 से अधिक निवेशक भाग लेंगे। भारत ने एक बड़ा दल भेजा है। मोदी ने इस महीने की शुरूआत में अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान ओबामा को भारत आमंत्रित किया था।
ओबामा दो बार भारत की यात्रा करने वाले अमेरिका के पहले राष्ट्रपति हैं। एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि ओबामा के राष्ट्रपति के तौर पर सात महीने के अपने शेष कार्यकाल में भारत जाने की संभावना नहीं है लेकिन उन्होंने अगले वर्ष व्हाइट हाउस से चले जाने के बाद भारत की यात्रा करने की संभावना से इनकार नहीं किया।