न्यूयॉर्क: उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन का अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम खत लेकर किम के संदेश वाहक किम योंग-चोल वॉशिंगटन आ रहे हैं। राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने बताया कि किम योंग-चोल का पत्र देने के लिए व्हाइट हाउस आना ऐतिहासिक होगा क्योंकि अब भी वह अमेरिकी प्रतिबंधों के अधीन हैं और व्हाइट हाउस की जमीन पर कदम रखने वाले वह पहले उत्तर कोरियाई होंगे। किम योंग-चोल की अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो के साथ 2 दिनों की वार्ता के बाद किम और ट्रंप के बीच शिखर बैठक की संभावना बढ़ गई है।
उत्तर कोरियाई नेता के प्रतिनिधि किम योंग-चोल के साथ गुरुवार को एक प्रेस सम्मेलन में पॉम्पियो ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।’ अमेरिका और उत्तरी कोरिया में 12 जून को सिंगापुर में ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन की दिशा में प्रगति का संकेत उस समय मिला जब इस मामले में पॉम्पियो और किम के बीच बातचीत निर्धारित समय से 2 घंटा पहले ही खत्म हो गई। पॉम्पियो ने कहा, ‘हमारे पास मुद्दों की एक श्रृंखला है जिस पर हम बात करेंगे। हम उम्मीद करते हैं कि जो विषय हमने तय किए हैं उस पर हमारी व उनकी अपेक्षाओं अनुसार स्पष्ट रूप से चर्चा होगी।’
गुरुवार को वॉशिंगटन के पास एंड्रयू एयरफोर्स बेस पर ट्रंप ने कहा था कि न्यूयॉर्क में हुई वार्ता बहुत सकारात्मक रही है और 'मैं पत्र में क्या लिखा है उसे जानने के लिए उत्सुक हूं। लेकिन, यह उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है।' पॉम्पियो से जब एक संवाददाता ने पूछा कि क्या शुक्रवार को शिखर बैठक के बारे में पुष्टि होगी, तो उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता।’ परमाणु निरस्त्रीकरण के बारे में उन्होंने कहा, ‘यह एक ऐसी प्रक्रिया होगी जो काम करने के लिए दिन और सप्ताह लेगी। यह कठिन क्षण होगा, कठिन समय होगा।’