न्यूयॉर्क: अमेरिका के कंसास के बार में नस्ली हमले में एक भारतीय नागरिक की मौत की घटना ने अमेरिका के अच्छे और बुरे दोनों पहलुओं से दुनिया को परिचित कराया है। कंसास के एक बार में बुधवार रात एक शख्स ने 2 लोगों पर गोलीबारी की, जिसमें श्रीनिवास कुचीवोतला की मौत हो गई और आलोक मदासानी घायल हो गए। दूसरे भारतीय इंजिनियर की जान बचाने में 24 वर्षीय एक अमेरिकी युवक की भूमिका सामने आई है। इयान ग्रिलट नाम के इस युवक ने भारतीय को बचाने के लिए अपने जान की बाजी लगा दी।
देश-विदेश की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
नागरिक अधिकार संगठन हिदू-अमेरिकन फाउंडेशन (HAF) ने कहा, ‘हमारे समुदाय में वीरता की ऐसी घटनाएं अमेरिका को महान बनाती है।’ गौरतलब है कि हमलावर द्वारा भारतीयों पर किए गए हमलों को रोकने के लिए युवक इयान सामने आया था। एक वीडियो में इयान अस्पताल के बिस्तर पर नजर आ रहा है। वह इस वीडियो में कह रहा है, ‘मैंने वही किया जो किसी शख्स को किसी अन्य शख्स के लिए करना चाहिए। यह मामला इस बारे में नहीं है कि वह किस देश का नागारिक है या उसका धर्म क्या है।’
इयान को लगा हमलावर की गोलियां खत्म हो गई हैं लेकिन...
इयान ऑस्टिन बार ऐंड ग्रिल्स में शाम बिताने और एक लोकल बास्केटबॉल मैच देखने के लिए गए थे। जैसे ही उन्हें फायरिंग की आवाज सुनाई दी, वह टेबल के पीछे छिप गए। जब इयान को लगा कि बंदूकधारी की गोलियां खत्म हो गई हैं तो उन्होंने उस पर छलांग लगा दी। हालांकि, उनका अंदाजा गलत निकला। 51 साल के आरोपी ऐडम प्यूरिंटन की बंदूक में एक गोली बाकी थी, जो उसने इयान पर चला दी। गोली इयान की बांह को चीरते हुए सीने पर लगी। आलोक की जान बचाने वाले इयान अब उन्हें अपना नया बेस्ट फ्रेंड मानते हैं।पीड़ित परिवार के लिए जुटाई जा रही है मदद
पूर्व नौसैनिक एडम परिटन ने बीच-बचाव में आए ग्रिलॉट की गर्दन, छाती और हाथ पर हमला किया था। इसके साथ ही, अमेरिका के एक अनजान शख्स ने दोनों पीड़ित भारतीय लोगों के लिए पूंजी जुटाने का अभियान शुरू किया है। ब्रायन एरिक फोर्ड (39) ने गोफंडम नाम से ऑनलाइन साइट पर पूंजी जुटाने के लिए खाता खोला है। यह खाता संयुक्त रूप से कुचीवोतला और मदासानी के परिवार के साथ खोला गया है। गौरतलब है कि गुरुवार रात तक 816 लोगों ने 29,726 डॉलर की पूंजी दान में दी है जबकि लक्ष्य 50,000 डॉलर जुटाने का है।