न्यूयॉर्क: अमेरिका के कंसास राज्य के गवर्नर सैम ब्राउनबैक ने हाल ही में राज्य में एक भारतीय की हत्या की पृष्ठभूमि में भारतीय राजनयिकों और समुदाय के सदस्यों से कहा कि भारतीय कंसास के लिए महत्वपूर्ण हैं और उनका राज्य में स्वागत है।
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महा वाणिज्यदूत जनरल अनुपम रे ने बताया कि ब्राउनकबैक का कहना है कि वह पिछले महीने नस्लीय हमले में श्रीनिवास कुचिभोटला की हत्या और आलोक मदसानी के घायल होने की घटना पर शर्मिदा हैं। उन्होंने कहा कि भारतीयों को कीमती मानने वाला कंसास इसके लिए (नस्ली हिंसा) नहीं जाना जाता।
ब्राउनबैक ने कहा, "एक शख्स के घृणित कार्यो से हमें परिभाषित नहीं किया जा सकता।"
रे ने पिछले सप्ताह राज्य का दौरा कर गवर्नर, लेफ्टिनेंट गवर्नर जेफ कोलयर और भारतीय समुदाय के अन्य सदस्यों से मुलाकात की थी। राज्य के नेताओं का कहना है कि वे भारतीय समुदाय के लिए उपलब्ध हैं और उन्हें हर जरूरी सहायता दी जाएगी।
रे ने इयान ग्रिलॉट के साथ मुलाकात को भावुक लम्हा बताया। ग्रिलॉट कंसास के बार में श्रीनिवास और आलोक को बचाने के दौरान घायल हो गए थे। रे ने कहा, "मैंने अपने जीवन में उनके जैसा शख्स नहीं देखा। एक बहुत ही बहादुर शख्स जिसने दूसरे शख्स के लिए गोली खाई।"
रे ने ग्रिलॉट को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का वह ट्वीट भी दिखाया जिसमें सुषमा ने अमेरिकी युवक के साहसिक कदम की सराहना करते हुए कहा था कि भारत उनकी वीरता को सलाम करता है।
ग्रिलॉट कंसास के बार में पूर्व नौसैनिक एडम परिंगटन को गोली चलाने से रोकने की कोशिश कर रहे थे और इस दौरान उन्हें गोली लगी थी। रिपोर्ट के मुताबिक, एडम ने बाद में कहा था कि उसे लगा कि जिन्हें वह गोली मार रहा है वे ईरानी हैं।
इस गोलीबारी के बाद वाणिज्यदूत आर.डी.जोशी और उप वाणिज्यदूत हरपाल सिंह, मदसानी और कुचिभोटला के परिवार की मदद के लिए कंसास गए थे।