बोगोटा: कोलंबिया के राष्ट्रपति ह्वान मानवेल सांटोस ने कल घोषणा की कि वह नोबेल शांति पुरस्कार में मिलने वाली 925,000 अमेरिकी डॉलर की राशि उस संघर्ष के पीडि़तों को देंगें जिसने आधी सदी से उनके देश में तबाही मचा रखी थी। सांतोस को रिवोल्यूशनरी आम्र्ड फोर्सेस ऑफ कोलंबिया (एफएआरसी) के साथ शांति के उनके प्रयासों के लिए इस साल का शांति पुरस्कार दिया गया है। अपनी पत्नी और बच्चों के साथ साथ अपने कैबिनेट के कई सदस्यों के साथ सांतोस ने कहा कि यह राशि पीडि़तों और सुलह के प्रयास करने वाली परियोजनाओं, संस्थाओं या कार्यक्रमों को दी जाएगी।
कोलंबिया के नेता सशस्त्र हमले के दर्जनों पीडि़तों के एक धार्मिक समारोह के बाद बोल रहे थे। 2002 में हुये इस संघर्ष में एफएआरसी के लड़ाकों ने एक चर्च पर एक विस्फोटक फेंक दिया था जहां पर ग्रामीणों ने गुरिल्लाओं और अद्र्धसैनिक बलों के बीच की लड़ाई से बचने के लिए पनाह ली थी। इस घटना में 79 लोग मारे गए थे।
कोलंबिया के पांच दशक के संघर्ष में 260,000 से अधिक लोग मारे गये 45,000 लापता हो गये और लगभग 70 लाख लोगों को अपना घर छोड़ कर जाने को विवश होना पड़ा। नोबेल पुरस्कार के तहत 10 दिसंबर को ओस्लो में आयोजित एक समारोह में एक स्वर्ण पदक, एक डिप्लोमा, और 925,000 अमेरिकी डॉलर का एक चेक प्रदान किया जाएगा।