वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि 11 सितंबर का हमला इस बात की व्याख्या नहीं कर सकता कि अमेरिकी बलों को 20 साल बाद भी अफगानिस्तान में क्यों रहना चाहिए और वक्त आ गया है कि अमेरिकी सैनिक देश की सबसे लंबी जंग से वापस आएं। बाइडन ने बुधवार को देश को अपने संबोधन में कहा कि अमेरिका इस जंग में लगातार संसाधनों की आपूर्ति नहीं करता रह सकता।
उन्होंने कहा, ‘‘हम अफगानिस्तान में हमारी सैन्य मौजूदगी को बढ़ाना जारी नहीं रख सकते और उम्मीद करते हैं कि सैनिकों की वापसी के लिए एक आदर्श स्थिति तैयार करेंगे ताकि अलग परिणाम प्राप्त हों।’’ बाइडन ने कहा, ‘‘मैं अमेरिका का चौथा राष्ट्रपति हूं जिसके कार्यकाल में अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिक मौजूद हैं। दो रिपब्लिकन राष्ट्रपति और दो डेमोक्रेट। मैं इस जिम्मेदारी को पांचवें राष्ट्रपति के लिए नहीं छोड़ूंगा।’’
राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने 11 सितंबर तक सभी अमेरिकी सैनिकों की वापसी के फैसले में मदद के लिए सहयोगियों, सैन्य नेताओं, सांसदों और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस से परामर्श किया है। अमेरिका में 11 सितंबर को ही दो दशक पहले घातक हमला किया गया था।
बाइडन इस बात पर जोर दे रहे हैं कि उनका प्रशासन अफगान सरकार और तालिबान के बीच शांति वार्ता का समर्थन करता रहेगा और अफगान सेना को प्रशिक्षित करने के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों में मदद करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह अमेरिका की सबसे लंबी जंग को खत्म करने का वक्त है। यह अमेरिकी सैनिकों की घर वापसी का समय है।’’