फिलाडेल्फिया: अमेरिका में अफ्रीकी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस यातना में मौत के मामले पर सियासत तेज हो गई है। डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार जो बाइडेन ने फिलाडेल्फिया में 'अमेरिका में अशांति' विषय पर भाषण के दौरान कहा कि ट्रंप के लिये उनका अहम देश के नेतृत्व करने से ज्यादा जरूरी हो गया है। बाइडेन ने कहा व्यवस्था में जड़ें जमा चुके नस्लवाद और गहरी आर्थिक असमानता से निपटने का समय आ गया है।
उन्होंने कहा कि देश नवंबर तक चुनाव और उसके नतीजों का इंतजार नहीं कर सकता। बीस मिनट से कुछ अधिक समय के अपने भाषण में उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति समस्या का हिस्सा बनकर उसे और बढ़ा रहे हैं। वह अंध अहंकार में चूर हैं। ट्रंप ने राज्यों के गवर्नरों को धमकी दी थी कि अगर वे जॉर्ज फ्लॉयड की मौत को लेकर हो रहे हिंसक प्रदर्शनों को रोकने में नाकाम रहते हैं तो वह राज्यों में सेना तैनात कर देंगे।
इसके एक दिन बाद बाइडेन ने यह भाषण दिया है। बताया जा रहा है कि एक ओर जब संघीय सरकार के अधीन आने वाली पुलिस वाशिंगटन में शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे लोगों को आंसू गैस का इस्तेमाल कर तितर-बितर कर रही थी, तब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नजदीकी सेंट जॉन्स गिरजाघर जाकर बाइबिल के साथ फोटो खिंचवा रहे थे। गिरजाघर को रविवार को हुए प्रदर्शनों के दौरान नुकसान पहुंचा था।
बाइडेन ने कहा, ''व्हाइट हाउस के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों को जब आंसू गैस और फ्लैश ग्रेनेड का इस्तेमाल कर तितर-बितर किया जा रहा था । तब राष्ट्रपति गिरजाघर के सामने फोटो खिंचवाने में मशगूल थे। उन्होंने कहा, ''राष्ट्रपति का काम मुश्किल होता है। कोई भी सबकुछ ठीक नहीं कर सकता। मैं भी नहीं। लेकिन मैं आपसे वादा करता हूं कि मैं डर और विभाजन को पैर पसारने नहीं दूंगा। मैं नफरत की इस आग में घी नहीं डालने दूंगा।''