वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन ने सोमवार को कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगवाई। संघीय नियामकों की तरफ से मंजूरी मिलने के ठीक बाद बायडेन ने फाइजर वैक्सीन की बूस्टर डोज ली है। अमेरिका में बूस्टर डोज 65 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों या फिर किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त य़ा हाईरिस्क वातावरण में काम करनेवाले लोगों को बूस्टर डोज की मंजूरी दी गई है।
कोरोना की बूस्टर डोज लेने से पहले जो बायडेन ने कहा- 'हमें जो सबसे महत्वपूर्ण काम करने की जरूरत है, वो है ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट करना'। उन्होंने यह भी कहा कि पहली और दूसरी डोज के बाद उन्हें किसी तरह का साइड इफेक्ट नहीं हुआ था।
78 साल के बायडेन ने अपनी 70 वर्षीय पत्नी जिल बायडेन के साथ 21 दिंसबर को अपना पहला डोज लिया था। इसके तीन हफ्ते बाद 11 जनवरी को उन्होंने दूसरा डोज लिया और फिर सोमवार बूस्टर डोज लिया। बायडेन की पत्नी ने कोरोना की बूस्टर डोज ली है। सोमवार को बूस्टर डोज लेने के बाद वे नॉर्दन वर्जीनिया कम्यूनिटी कॉलेज में पढ़ाने के लिए गईं जहां वे इंग्लिश की प्रोफेसर हैं।
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र और खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) द्वारा फाइजर बूस्टर डोज को अधिकृत करने के बाद बायडेन ने संवाददाताओं से कहा, "यह स्वीकार करना कठिन है कि मैं 65 वर्ष से अधिक का हूं, लेकिन मुझे अपना बूस्टर शॉट मिल रहा है।" अमेरिका में कोरोना वायरस के डेल्ट वैरिएंट के कहर के दौरान डेल्टा बूस्टर डोज से लोगों की जान बचाने में मदद मिलेगी।