वाशिंगटन: हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप के बेटे का एक बयान सामने आया है जिसमें यह पता चल रहा है कि ट्रंप ने बेटी इवांका के कहने पर सीरिया में मिसाइल अटैक का आदेश दिया था। गौरतलब है कि अमेरिका ने सीरिया में हुए केमिकल हमले के जवाब में जवबी कार्रवाई करते हुए सीरियाई एयरबेस पर दर्जनों क्रूज मिसाइल दागी थी। सीरियाई सरकार द्वारा किए गए हमले में करीब 80 नागरिक मारे गए थे, जिनमें बच्चों की संख्या काफी ज्यादा थी।
- झूठी शान के चलते पाक में किशोर के साथ किया कुछ ऐसा कि.....
- कुलभूषण जाधव मामले पर अमेरिकी विशेषज्ञों ने उठाए सवाल
ट्रंप सरकार के सत्ता में आने के बाद से अमेरिका ने अपनी सीरिया के संबंध में रणनीति बदलने का संकेत दिया था लेकिन रासायनिक हमले के बाद उसको फिर से ओबामा दौर की रणनीति पर लौटते हुए देखा जा रहा है। सीरियाई एयरबेस पर हमले को उसी का परिणाम माना जा रहा है।
ट्रंप के बेटे एरिक ने कहा कि 'सीरियन एयरबेस पर हमले का फैसला इवांका के कहने पर हुआ था। केमिकल हमले में निर्दोषों की मौत से इवांका का दिल टूट गया था। उसे बहुत गुस्सा आया और भावुक भी हो गई थी'। एरिक ने यह भी कहा कि हमले से इस बात भी पता चलता है कि मेरे पिता व्लादिमीर पुतिन की लीग में शामिल नहीं हैं। उन्हें पुतिन की धमकियों से डर नहीं लगता। क्योंकि कड़ा रुख अपनाने में उनसे बेहतर और कोई नहीं है। पिछले हफ्ते सीरिया के एक इलाके में केमिकल अटैक से नाराज अमेरिका ने 'मेडिटेरियन सी' से सीरिया की सरकार के एयरबेस और दूसरे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर 59 टॉमहॉक मिसाइल्स दागे थे।