वाशिंगटन: जिहादियों से जुड़ी एक समाचार एजेन्सी ने कहा कि इस्लामिक स्टेट समूह के एक लड़ाके ने ओहियो के एक परिसर में कार और चाकू से हमला किया जिसमें 11 लोग घायल हो गए थे। साइट निगरानी समूह द्वारा किए गए अनुवाद के मुताबिक, अमाक एजेन्सी ने भीतर के एक सूत्र के हवाले से कहा, अमेरिकी प्रांत ओहियो में हमले को अंजाम देने वाला इस्लामिक स्टेट का लड़ाका है और उसने अंतरराष्ट्रीय गठबंधन वाले देशों के नागरिकों को निशाना बनाने के लिए इस अभियान को अंजाम दिया।
इस विश्वविद्यालय में सोमाली नागरिक के तौर पर पढ़ाई कर रहे इस व्यक्ति की पहचान अब्दुल रजाक अली अरतन के रूप में की गई। कल हमले के कुछ क्षणों बाद पुलिस ने इस हमलावर को मार गिराया था। सूत्रों के मुताबिक, 18 वर्षीय सोमालियाई मूल के रिफ्यूजी अब्दुल रज्जाक अली अर्तन ने अपनी कार पैदल यात्रियों पर चढ़ा दी और फिर बाहर निकलकर लोगों के ऊपर चाकू से हमला कर दिया। बाद में पुलिस ने मोर्चा संभाला और बहुत ही कम समय में अब्दुल रज्जाक को ढेर कर दिया।
यह पूछे जाने पर क्या अधिकारी घटना को एक आतंकवादी हमला मान रहे हैं, कोलंबस के पुलिस प्रमुख किम जैकब्स ने कहा कि जांचकर्ता इस ऐंगल से भी देख रहे हैं। यूनिवर्सिटी में पुलिस प्रमुख कै्रग स्टोन ने कहा, 'सुबह 9 बजकर 52 मिनट पर एक पुरुष संदिग्ध ने अपनी कार फुटपाथ पर चढ़ा दी।' हमलावर के कथित फेसबुक पोस्ट के हवाले से बताया जा रहा है कि वह अमेरिका की 'मुस्लिम देशों के प्रति नीतियों' से नाराज था।