वाशिंगटन: अपने कब्जे वाले क्षेत्र को सिमटकर लगभग आधा रह जाते हुए और खिलाफत कायम होने के अपने सपने को गायब होते देख रहे ISIS के चरमपंथी लड़ाकों के हाथ से राजस्व के वे स्रोत भी फिसल रहे हैं, जो कभी उन्हें ताकत दिया करते थे। धन जुटाने के लिए ISIS रंगदारी, अपहरण करने के अलावा अलकायदा जैसे संगठनों की तरह विदेशी चंदा भी लिया करता था।
इस्लामिक स्टेट समूह के पास इराक और सीरिया में अपने कब्जे वाले क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधनों के दम पर धन जुटाने और तेजी से कराधान एवं शासन की व्यवस्था लागू करने की क्षमता थी। इस कारण वह कभी स्विट्जरलैंड के आकार के रहे भूभाग पर अपना राज चला पाया। वित्त विभाग के सहायक सचिव डेनियल ग्लेसर ने कहा कि इराक में इस समूह के सबसे मजबूत गढ़ मोसुल को वापस हासिल करने की लड़ाई में इस्लामिक स्टेट को तेल और गैस जैसे राजस्व स्रोतों और नकदी भंडारों तक पहुंचने नहीं दिया जा रहा।
वाशिंगटन इंस्टीट्यूट फॉर नियर ईस्ट पॉलिसी में एक हालिया चर्चा के दौरान ग्लेसर ने कहा कि उन स्रोतों के हाथ से निकलने पर इस्लामिक स्टेट समूह अलकायदा की तरह पारंपरिक तरीकों का इस्तेमाल कर सकता है, फिर चाहे वह बेहद अमीर दानदाताओं, कल्याणार्थ संस्थाओं, गैर सरकारी संस्थाओं से और या फिर वह आपराधिक गतिविधि के जरिए धन जुटाना हो।