तेहरान/न्यूयॉर्क: अमेरिका के हवाई हमले में ईरान के कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद से मध्य-पूर्व में तनाव के हालात हैं। ईरान अपनी एलीट कुद्स फोर्स के कमांडर सुलेमानी की मौत का बदला लेने की बात कह चुका है तो अमेरिका ने भी कहा है कि वह अपने ऊपर किसी तरह का हमला बर्दाश्त नहीं करेगा। इस बीच जनरल सुलेमानी के अंतिम संस्कार के दौरान ईरान की एक संस्था ने डोनाल्ड ट्रंप के सिर पर 80 मिलियन डॉलर (लगभग 576 करोड़ रुपये) का इनाम रखा है।
‘ट्रंप के सिर के बदले में ईरान देंगे 80 मिलियन डॉलर’
जनरल सुलेमानी के अंतिम संस्कार के दौरान इस संस्था ने ईरान के प्रत्येक नागरिक से एक डॉलर दान करने की अपील की है। ट्रंप के सिर के बदले रखे गए 80 मिलियन डॉलर की रकम को इकट्ठा करने के लिए संस्था ने सभी ईरानियों से कहा है कि वे ‘जनरल सुलेमानी के हत्यारे’ ट्रंप के सिर के बदले दिए जाने वाले इस इनाम के लिए दान करें। आपको बता दें कि मसाद में जिस वक्त सुलेमानी का अंतिम संस्कार किया जा रहा था, उसी दौरान एक ईरानी संस्था ने यह घोषणा की। ईरान की अधाकांश आम जनता अमेरिका के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है।
बगदाद में लगातार दूसरे दिन हुई रॉकेट्स की बारिश
इराक की राजधारी बगदाद में लगातार दूसरे दिन अमेरिकी दूतावास के पास रॉकेट्स दागे गए। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि ‘ग्रीन जोन’ में रविवार को दो रॉकेट गिरे। ‘ग्रीन जोन’ में लगातार दूसरी रात रॉकेट दागे गए हैं और पिछले दो महीनों में अमेरिकी प्रतिष्ठानों को 14वीं बार निशाना बनाया गया। मेडिकल सूत्रों, ने बताया कि तीसरा रॉकेट ‘ग्रीन जोन’ के बाहर एक मकान में गिरा जिसके कारण 4 लोग घायल हो गए। इससे पहले शनिवार को भी बगदाद के ग्रीन जोन में रॉकेट दागे गए थे, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ था।
ईरान ने कहा- US में लड़ने की हिम्मत नहीं
ईरान के सेना प्रमुख ने रविवार को कहा कि अमेरिका में लड़ाई शुरू करने की ‘हिम्मत’ ही नहीं है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेजर जनरल अब्दुलरहमान मौसावी के हवाले से कहा कि उन्हें नहीं लगता कि अमेरिकियों ने 52 स्थलों पर हमला करने की जो धमकी दी है, उनमें वह लड़ाई ‘शुरू करने की हिम्मत है।’ आपको बता दें कि ईरान की कुद्स आर्मी के कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की अमेरिकी हवाई हमले में मौत के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है। सुलेमानी की मौत के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने अमेरिका से बदला लेने का संकल्प लिया है।