वाशिंगटन: संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की शीर्ष राजदूत निक्की हेली ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पास इस बात की घोषणा करने के सबूत हैं कि ईरान विश्व शक्तियों के साथ 2015 में हुए परमाणु समझौते का उल्लंघन कर रहा है। ओबामा प्रशासन के दौरान अमेरिका, ईरान, चीन, रूस, फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन के बीच जुलाई 2015 में हुए इस समझौते में ईरान को वैश्विक प्रतिबंधों से राहत के बदले में अपनी परमाणु गतिविधियों पर लगाम लगाना अनिवार्य है। (किम जोंग के लिए प्लेजर स्क्वॉड, 2000 लड़कियों को बना रखा है सेक्स स्लेव)
अमेरिकी कानून के तहत विदेश विभाग को हर 90 दिन में कांग्रेस को यह सूचना देनी होती है कि ईरान परमाणु समझौते का पालन कर रहा है या नहीं। इसकी अगली समयसीमा अक्तूबर है। हेली ने कल कहा, मैं मामले को अप्रमाणिक नहीं बना रही हूं। मैं कह रही हूं कि उन्होंने इसे खत्म करने का फैसला किया है। उनके पास अपनी बात के सबूत हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि ट्रंप की अगले महीने क्या करने की योजना है जब वह कांग्रेस को इस बात की जानकारी देंगे कि क्या ईरान समझौते का पालन कर रहा है। लेकिन उन्होंने ऐसा संकेत दिया कि ट्रंप यह घोषणा कर सकते हैं कि ईरान समझौते का उल्लंघन कर रहा है।
हेली ने कहा, हमें परमाणु कार्यक्रम के बारे में उसके धोखा देने वाले इतिहास पर विचार करना चाहिए। हमें बैलिस्टिक मिसाइल प्रौद्योगिकी को लेकर चल रहे घटनाक्रमों पर विचार करना चाहिए। हेली ने चेताया कि अगर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ईरान की गतिविधि पर ध्यान ना देना जारी रखता है और सिर्फ यह कहता है कि हम बाद में निपटेंगे तो उन्हें अगले उत्तर कोरिया से निपटना पड़ेगा क्योंकि वे उन्हें आधुनिक तकनीक विकसित करना जारी रखने की अनुमति दे रहे हैं।