वॉशिंगटन: अंतरराष्ट्रीय कूटनीति के क्षेत्र में पाकिस्तान को एक और करारा झटका लगा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंटरपोल ने अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने से एक बार फिर इनकार कर दिया है। इंटरपोल ने कहा है कि हक्कानी के खिलाफ लगाए गए आरोप राजनीति से प्रेरित लगते हैं। हक्कानी देशद्रोह तथा धन की हेरा-फेरी के मामलों में वांछित हैं। आपको बता दें कि हक्कानी अक्सर पाकिस्तान की नीतियों के खिलाफ लिखते रहे हैं और उसके दोमुंहेपन को उजागर करते रहे हैं।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने हक्कानी को पिछले साल पेश करने के लिए संघीय जांच एजेंसी (FIA) को वॉरंट जारी किए थे लेकिन इंटरपोल ने पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तारी वॉरंट जारी करने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद पाकिस्तानी अधिकारियों ने एक बार फिर इंटरपोल से संपर्क साधा लेकिन इंटरपोल ने पूर्व पकिस्तानी राजदूत के खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी करने से पुन: इनकार कर दिया। हक्कानी पाकिस्तानी सेना के कट्टर आलोचक हैं।
इंटरपोल के मुताबिक, उसने पाकिस्तान के वॉरंट के जवाब में कहा है कि हक्कानी के खिलाफ आपराधिक आरोप राजदूत पद से इस्तीफा देने के 7 साल बाद लगाए गए हैं जो राजनीति से प्रेरित प्रतीत होते हैं। पाकिस्तान की सरकार इंटरपोल द्वारा दूसरी बार इनकार करने के बाद हक्कानी के प्रत्यर्पण के लिए विदेश मंत्रालय से अमेरिकी सरकार के साथ संपर्क करने के लिए कहने पर विचार कर रही है।