वॉशिंगटन : अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि नेपाल में आए भूकंप के दौरान भारत की त्वरित प्रतिक्रिया इसकी बढ़ती नेतृत्वकारी भूमिका दर्शाती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में भारत, अमेरिकी रिश्ते फले-फूले हैं।
दक्षिण और मध्य एशिया मामलों के उप-विदेश मंत्री रिचर्ड होआगलैंड ने वॉशिंगटन इंटरनेशनल बिजनेस काउंसिल को सोबंधित करते हुए कहा कि नेपाल की त्रासदी ने भारत के बढ़ते क्षेत्रीय नेतृत्व को प्रस्तुत करने का एक उपयुक्त मंच दिया। भूकंप के चार घंटे के अंदर अंदर भारतीय विमान राहत सामग्री लेकर रवाना हो गए थे।
उन्होंने कहा कि भारत ने सैकड़ों बचावकर्मियों और चिकित्सा कर्मियों को भेजा और अमेरिका सहित कई अन्य देशों के नागरिकों को बचाया।
उन्होंने कहा कि हैरत की बात नहीं है कि भारत ने राहत प्रयासों में जिन विमानों का इस्तेमाल किया, उनमें से कई को अमेरिकी कंपनियों की मदद से बनाया गया था और हमें इससे ज्यादा देखने की अपेक्षा है क्योंकि हमने अपने सुरक्षा और आर्थिक सहयोग का दायरा बढ़ाया है।
होआगलैंड ने कहा कि अमेरिका अपना सहयोग सिर्फ इसलिए नहीं बढ़ा रहा है कि भारत भौगोलिक तौर पर महत्वपूर्ण है और न इसलिए कि यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई प्रमुख अर्थव्यस्था है, बल्कि इसलिए भी बढ़ा रहा है कि भारत के साथ अमेरिका के कई सारे साझा हित और मूल्य हैं।