वाशिंगटन: अमेरिका में भारतीय मूल के एक वैज्ञानिक ने 500,000 अमेरिकी डॉलर की ईनामी राशि वाला प्रतिष्ठित लेमेल्सन-एमआईटी पुरस्कार जीता है। नासिक में जन्में 46 वर्षीय रमेश रासकर एमआईटी मीडिया लैब में कैमरा कल्चर रिसर्च ग्रुप के संस्थापक हैं। वह मीडिया आट्र्स एंड साइंसेज के एसोसिएट प्रोफेसर हैं।
एक मीडिया विज्ञप्ति में कल बताया गया, रासकर को 500,000 अमेरिकी डॉलर की ईनामी राशि वाले लेमेल्सन-एमआईटी पुरस्कार के लिए चुना गया। उन्हें यह पुरस्कार उनके नवीन अविष्कार, युवाओं को रास्ता दिखाने की दिशा में उनकी प्रतिबद्धता और नये साधनों के साथ हमारे विश्व में सुधार लाने के प्रति उनके समर्पण के लिए दिया गया है।
एक घोषणा में कहा गया कि उन्होंने विश्व स्तर पर लोगों के जीवन में सुधार लाने के लिए साधनों का निर्माण करने में अन्वेषकों को समर्थ बनाने वाले प्लेटफॉर्म की शुरआत कर बडे़ स्तर पर बदलाव लाने का प्रयास किया है। उन्होंने औद्योगिक और विकासशील समाजों में लोगों के जीवन और स्वास्थ्य में सुधार लाने में सफलता हासिल करने के लिए शैक्षिक और उद्यमशीलता की दुनिया को सर्वश्रेष्ठ तरीके से जोड़ा है।
लेमेल्सन-एमआईटी कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक, स्टेफनी काउच ने कहा, रासकर एक अन्वेषक, शिक्षक, बदलाव लाने वाले एक व्यक्ति के रूप में बहुमुखी प्रतिभा के धनी मार्गदर्शक हैं। वह अपने उल्लेखनीय अविष्कार के अलावा सकारात्मक बदलाव लाने के लिए पूरी दुनिया के समुदायों और अन्वेषकों को जोड़ने के लिए काम कर रहे हैं।