वॉशिंगटन: अमेरिका में अलकायदा नेता अनवर अल-अवलाकी की मदद करने के आरोप में 39 वर्षीय एक भारतीय इंजीनियर को 27 साल कैद की सजा सुनाई गई है। याह्या फारूख मोहम्मद नाम के इस भारतीय इंजीनियर पर अपने मुकदमे की सुनवाई कर रहे जज की हत्या के लिए फोन पर साजिश रचने का भी आरोप है।
याह्या फारूख मोहम्मद को जुलाई में आतंकियों को साजो सामान और दूसरे संसाधन उपलब्ध कराने, उन्हें गुप्त रखने तथा हिंसा की वकालत करने का दोषी पाया गया। अभियोजक ने कहा कि आतंकवाद के आरोपों में गिरफ्तारी के बाद मोहम्मद पर जेल के अंदर से उसके मामलों की सुनवाई कर रहे अमेरिकी जिला न्यायाधीश जैक जाउहरी की हत्या की साजिश रचने को लेकर मुकदमा चलाया गया।
अमेरिकी अटॉर्नी जस्टिन हर्डमैन ने एक बयान में कहा, ‘उसने हमारे नागरिकों, एक न्यायाधीश और स्वतंत्र न्यायपालिका की सुरक्षा को चुनौती दी। अब उसे जवाबदेह बनाया जा रहा है।’ मोहम्मद को 2015 में उसके भाई इब्राहिम जुबैर मोहम्मद एवं दो अन्य सगे भाइयों आसिफ अहमद सलीम और सुल्तान रूम सलीम के साथ गिरफ्तार किया गया था। इनमें से तीन को दोषी नहीं पाया गया।