न्यूयॉर्क (अमेरिका): भारतीय मूल के गणितज्ञ अक्षय वेंकटेश को फील्ड्स मेडल के सम्मान से नवाजा गया है, जिसे गणित के क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार माना जाता है। रियो डी जनेरियो में बुधवार को गणितज्ञों की अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस में वेंकटेश (36) को यह पुरस्कार दिया गया।
13 साल की उम्र में फिजिक्स की डिग्री हासिल की
विलक्षण प्रतिभा के धनी वेंकटेश ने महज 13 साल की उम्र में यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया में गणित और फिजिक्स में स्नातक की डिग्री हासिल की थी। चार साल में एक बार फील्ड्स मेडल 40 साल से कम उम्र के उभरते हुए गणितज्ञ को दिया जाता है। वेंकटेश स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। वह यह पुरस्कार जीतने वाले दूसरे भारतीय मूल के शख्स हैं, उनसे पहले 2014 में मंजुल भार्गव भी यह पुरस्कार जीत चुके हैं।
तीन अन्य विजेताओं में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर कौचर बिरकर (40), स्विस फेडरल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के एलिसो फिगाली (34) और बॉन यूनिवर्सिटी के पीटर स्कूल्ज हैं। सभी विजेताओं को सोने का मेडल और 15,000 कनाडाई डॉलर का नकद पुरस्कार मिला है।