वाशिंगटन: भारतीय मूल के अमेरिकी लोग देश की कांग्रेस में अपनी संख्या बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं क्योंकि नवंबर में होने जा रहे चुनाव में इस समुदाय से महिलाओं सहित ज्यादा उम्मीदवारों के जीतने की संभावना है। एक ओर जहां देश के राष्ट्रपति पद के लिए पहली बार किसी महिला के चुने जाने की संभावनाएं मजबूत दिख रही हैं, वहीं भारतीय-अमेरिकी महिलाएं भी सीनेट और अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में प्रवेश कर इतिहास रचने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं।
यदि स्थानीय रिपोर्टों और राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो अमेरिकी सीनेट के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की विश्वस्त और कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल कमला हैरिस :51: के चुने जाने की संभावना है। यदि वह चुन ली जाती हैं तो वह अमेरिकी कांग्रेस के उपरी सदन में प्रवेश करने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी तथा वह भी पहली भारतीय-अमेरिकी महिला होंगी। इसी तरह, 51 वर्षीय प्रमिला जयपाल भी वाशिंगटन राज्य से अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की सीट पर जीत की दिशा में बढ़ रही हैं। यदि वह चुन ली जाती हैं, तो वह इस सदन में चुनी जाने वाली पहली भारतीय अमेरिकी महिला होंगी।
अब तक इस सदन में इस अल्पसंख्यक सजातीय समुदाय के तीन सदस्य हैं। दलीप सिंह सौंध ऐसे पहले भारतीय-अमेरिकी थे, जिन्हें प्रतिनिधि सभा के लिए चुना गया था। वह 1950 के दशक में चुने गए थे । हालांकि इसके बाद 21वीं सदी में जाकर इस समुदाय का कोई सदस्य कांग्रेस के लिए चुना गया। लुइसियाना का गवर्नर चुने जाने से पहले इस राज्य के बॉबी जिंदल दो बार कांग्रेस के लिए चुने गए थे। मौजूदा कांग्रेस में एकमात्र भारतीय-अमेरिकी एमी बेरा हैं, जो लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए कैलिफोर्निया से मैदान में हैं।