वॉशिंगटन: पौरुष में वृद्धि करने वाली दवाएं चीन से मंगा कर उन्हें अमेरिका में अवैध रूप से बेचने के मामले में एक भारतीय-अमेरिकी व्यक्ति को 5 साल के कारावास की सजा सुनाई गई गई, जिसके बाद उसे अमेरिकी नागरिकता से भी हाथ धोना पड़ गया।
इस्माइल अली खान को इसके अलावा अपने आवेदन में कभी भी अपराध नहीं करने संबंधी झूठा दावा करने का भी दोषी पाया गया। अब उसे स्वदेश भेजा जाएगा। अमेरिकी न्याय विभाग ने एक बयान में बताया कि जॉर्जिया के डेकाटुर में रहने वाले खान को पौरुष में वृद्धि करने वाली दवाएं आयात करने और उन्हें अवैध तरीके से अमेरिका में बेचने के लिये 5 साल 7 महीने तक संघीय कारागार की सजा दी गई है। इसमें कहा गया है कि रिहाई के 3 साल बाद तक उसपर निगरानी रखी जाएगी।
न्यायाधीश स्टीव सी जोन्स ने मामले की सुनवाई के बाद आदेश में कहा कि खान का स्वाभाविक रूप से अमेरिकी नागरिक का स्टेट्स खारिज किया जाए और उसके संबंधित प्रमाणपत्र रद्द घोषित किए जाएं। जज ने सजा पूरी करने के बाद खान को तुरंत भारत रवाना करने का भी आदेश जारी किया। 13 फरवरी को एक अमेरिकी ज्यूरी ने खान को दोषी ठहराया था। अमेरिकी अटार्नी जोन्स होर्न ने अपने बयान में कहा, ‘अभियुक्त ने ऐसी दवा जो अमेरिका में व्यावसायिक चिकित्सक के लिखित नुस्खे पर ही उपलब्ध है का अवैध आयात और वितरण करके अनगिनत लोगों के स्वास्थ्य को खतरे में डाला है।’