वाशिंगटन: अमेरिकी कांग्रेस में पांच भारतीय-अमेरिकियों के निर्वाचित होने के रिकॉर्ड के साथ अब यह अल्पसंख्यक समुदाय चाहता है कि देश की कांग्रेस में समुदाय के सदस्यों की संख्या दोगुना हो तथा समुदाय का कोई व्यक्ति अमेरिका का राष्ट्रपति भी बने। यह लक्ष्य भले ही मुश्किल लग सकता हो लेकिन इस लक्ष्य को तीन बार कांग्रेस सदस्य रहने वाले भारतीय -अमेरिकी एमी बेरा ने तय किया है। वह अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में भारतीय मूल के चारों सदस्यों से सबसे वरिष्ठ हैं।
रिकॉर्ड संख्या में अमेरिकी कांग्रेस में भारतीय-अमेरिकियों के चुने जाने का जश्न मनाने के लिए देशभर से जुटे जाने-माने भारतीय अमेरिकियों के सम्मेलन में 51 वर्षीय बेरा ने कहा, आज का दिन ऐतिहासिक है। बेरा अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए पहली बार 2012 में चुने गए थे। उन्होंने कहा कि सभा में उनके साथ तीन अन्य भारतीय, इलिनॉय से राजा कृष्णमूर्ति, वाशिंगटन राज्य से प्रमिला जयपाल और कैलिफोर्निया से रो खन्ना हैं। कमला हैरिस भी पहली भारतीय अमेरिकी सीनेटर के तौर पर कांग्रेस में शपथ ले चुकी हैं।
चार साल पहले बेरा ने समुदाय की ओर से उनके सम्मान में आयोजित समारोह में कहा था कि वह पांच भारतीय-अमेरिकियों को अमेरिकी कांग्रेस में देखना चाहते हैं, जिनमें से एक सीनेटर हो। उनकी यह चाहत वाकई में सच हो चुकी है। भारतीय-अमेरिकी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेशनल इंडिया कॉकस के सह अध्यक्ष जो. क्राउले ने कहा कि एमी बेरा ने जो कहा था, अब वह बात सही साबित हो चुकी है। बेरा ने एक और नया लक्ष्य तय करते हुए कहा, अब हमें 10 कांग्रेस सदस्यों तथा भारतीय-अमेरिकी राष्ट्रपति का लक्ष्य तय करने की जरूरत है।