वाशिंगटन: भारत के एक नागरिक और भारतीय मूल के एक अमेरिकी व्यक्ति ने भारत से चलाए जाने वाले कॉल सेंटर के अमेरिका में टेलीफोन प्रतिरूपण धोखाधड़ी एवं धन शोधन योजना में संलिप्त होने की बात स्वीकार कर ली है। (ट्रंप -पुतिन की बैठक में नहीं था कुछ भी गोपनीय)
कानून मंत्रालय ने कल कहा कि फिलहाल इलिनोइस में रह रहे भारतीय नागरिक मोंटू बारोट 30 और टेक्सास के रहने वाले भारतीय मूल के अमेरिकी निलेश पांड्या 54 ने लाखों डॉलर के कॉल सेंटर के घोटाले में शामिल होने की बात स्वीकार की है।
घोटाले में 54 लोगों और भारत से चलने वाले पांच कॉल सेंटरों पर मामला दर्ज किया गया है। इस मामले के विभिन्न सह-आरोपी इस वर्ष अप्रैल से जुलाई के बीच पहले ही अपना दोष स्वीकार कर चुके हैं।