वाशिंगटन: दुनिया में नशीली दवाओं के उत्पादक देशों में 21 देशों के साथ भारत का नाम भी शामिल है। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने नशीली दवाओं के उत्पादक देशों की सूची जारी की है। इस सूची में शामिल अन्य देशों में अफगानिस्तान, बहामास, बेलीज, बोलीविया, म्यांमार, कोलंबिया, कोस्टा रिका, डोमिनिकन रिपब्लिक, इक्वाडोर, अल सल्वाडोर, ग्वाटेमाला, हैती, होंदुरास, जमैका, लाओस, मेक्सिको, निकारागुआ, पाकिस्तान, पनामा, पेरू और वेनीजुएला शामिल हैं।
इस संबंध में जारी अधिसूचना में ओबामा ने बोलीविया, म्यांमार और वेनीजुएला को उन देशों में बताया है जो पिछले 12 महीनों में ऐसी नशीलीदवाओं की रोकथाम से जुड़े अंतरराष्ट्रीय समझौते के तहत अपनी जिम्मेदारी निभाने और उनके खिलाफ पहल करने में स्पष्ट रूप से नाकाम रहे। ओबामा ने हालांकि, यह कहते हुए म्यांमार और वेनीजुएला को मदद देना बरकरार रखने के प्रति प्रतिबद्धता जताई है और कहा है कि यह अमेरिका के राष्ट्रीय हित में है।
ओबामा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहमति बन रही है कि नशीली दवा रोधी कार्यक्रम तैयार होने चाहिए और इनका क्रियान्वयन स्वास्थ्य में सुधार और लोगों की सुरक्षा के साथ साथ हिंसा और समाज को होने वाले अन्य दुष्परिणामों को रोकने तथा कम करने के उद्देश्य से करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अमेरिका में हेरोइन में सस्ते कृत्रिम ओपियॉड विशेष तौर पर फेंटानिल ज्यादा से ज्यादा मिलाया जा रहा है। ओबामा ने कहा कि शोध से पता चलता है कि फेंटानिल और इससे जुड़ी दवाएं हेरोइन से 25-50 गुना अधिक असरदार हो सकती है।