न्यूयॉर्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार कोयले से गैस बनाने (गैसीफिकेशन) के तौर-तरीकों और प्रौद्योगिकी पर विचार कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि देश अपने प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग पर्यावरण अनुकूल तरीकों से कर सके। पीएम मोदी ने ब्लूमबर्ग ग्लोबल बिजनेस फोरम में एक प्रश्न-उत्तर सत्र के दौरान कहा, "यह सही है कि दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कोयला भंडार भारत में है। भारत जैसे गरीब देश में, हम इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं लेकिन इसके लिए समाधान ढूंढा जा सकता है।"
सत्र के दौरान, ब्लूमबर्ग के प्रमुख माइकल ब्लूमबर्ग ने पीएम मोदी से पूछा कि देश में जलाए जाने वाले कोयले की मात्रा को कम करने के लिए भारत की क्या योजना है। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा, "एक समाधान कोयला गैसीफिकेशन (कोयले से गैस बनाने की प्रक्रिया) है। इस प्रक्रिया को करके हम स्वच्छ और पर्यावरण अनुकूल ऊर्जा प्राप्त कर सकते हैं। हम अन्य देशों को कोयले से गैस बनाने में उपयोग होने वाली तकनीकी के साथ आने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "हम भारत के पास मौजूद संसाधनों और संपत्तियों से मुंह नहीं मोड़ सकते हैं , लेकिन हम इस पर विचार कर रहे हैं कि इन परिसंपत्तियों का उपयोग कैसे पर्यावरण अनुकूल तरीके से किया जा सकता है।" इससे पहले पीएम मोदी ने ब्लूमबर्ग ग्लोबल बिजनेस फोरम को संबोधित भी किया था, जिसमें उन्होंने देश में बिजनेस माहौल का जिक्र करते हुए निवेशकों को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
पीएम मोदी ने संबोधन में कहा कि 'अगर आप निवेश करना चाहते हैं तो भारत आइए। अगर आप सबसे बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर इकोसिस्टम और शहरीकरण में निवेश करना चाहते हैं, तो भारत आएं।' पीएम मोदी ने कहा कि 'भारत की सरकार देश के बिजनेस के माहौल को सुधार रही है। कॉरपोरेट टैक्स में कटौती करके भारत ने सकारात्मक संदेश दिया है।'
पीएम मोदी ने कहा कि "हमारी नई सरकार को अभी 3-4 महीने ही हुए हैं। मैं कहना चाहता हूं कि ये तो अभी शुरुआत हुई है। अभी लंबा समय आगे बाकी है, इस सफर में भारत के साथ पार्टनरशिप करने के लिए ये पूरे विश्व के बिजनेस वर्ल्ड के लिए सुनहरा मौका है।" पीएम ने कहा कि "आज भारत की ग्रोथ स्टोरी के चार महत्वपूर्ण फैक्टर हैं, जो एक साथ दुनिया में मिलने मुश्किल हैं। ये 4 फैक्टर हैं- डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी, डिमांड और डिसीसिवनेस।"
उन्होंने भारत की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि "आज भारत के करीब-करीब हर नागरिक के पास यूनिक आईडी है, मोबाइल फोन और बैंक अकाउंट है। जिसके कारण टार्गेटेड सर्विस डिलीवरी में तेजी आई, लीकेज बंद हुई और ट्रांसपेरेंसी कई गुना बढ़ी है।" इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्लूमबर्ग ग्लोबल बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए भारत में हुए FDI का भी जिक्र किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि "बीते 5 सालों में भारत में 286 बिलियन FDI हुआ है। ये बीते 20 साल में भारत के कुल FDI Inflow का आधा है। अमेरिका ने भी जितना FDI बीते दशकों में भारत में किया है, उसका 50% सिर्फ पिछले 4 वर्षों में हुआ है।"
(इनपुट- भाषा)