वाशिंगटन: नयी दिल्ली में इस सप्ताह भारत, जापान और अमेरिका के बीच रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण त्रिपक्षीय वार्ता होने वाली है। यह वार्ता इस माह अंत में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के बीच मार- ए- लागो में होने वाली वार्ता से ठीक पहले हो रही है। ट्रंप प्रशासन ने अपनी दो वरिष्ठ राजनयिकों, दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों की प्रधानउप सहायक मंत्री एलिस वेल्स और पूर्व एशिया एवं प्रशांत मामलों की कार्यवाहक सहायकमंत्री सुजान थार्नटन को त्रिपक्षीय वार्ता में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का सह- नेतृत्व करने को भेजा है। भारत- प्रशांतक्षेत्र की तीन बड़ी लोकतांत्रिक शक्तियों के बीच यह महत्वपूर्ण वार्ता बुधवार को होगी, जो कि ट्रंप- आबे के बीच मार- ए- लागो में होने वाली वार्ता से करीब 15 दिन पहले हो रही है। (पाक में आम चुनाव से पहले अमेरिका ने MML को घोषित किया आतंकी संगठन )
व्हाइट हाउस ने कहा कि 17 और 18 को होने वाले दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में दोनों नेता भारत- प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि की आधारशिला के तौर पर अमेरिका- जापान गठबंधन को मजबूत बनाएंगे। एलिस हाल ही में पाकिस्तान से जबकि सुजान मलेशिया दौरे से लौटी हैं। अब दोनों नयी दिल्ली रवाना होंगी। मलेशिया में सुजान ने क्षेत्रीय सुरक्षा एवं आर्थिक मुद्दों पर आधारित एक यूएस- आसियान वार्ता में हिस्सा लिया।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि छह अप्रैल को एलिस अनंत केंद्र और विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित भारत- अमेरिका फोरम में हिस्सा लेंगी। इस यात्रा के दौरान वह भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगी। वह निजी क्षेत्र के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगी। भारत- जापान- अमेरिका त्रिपक्षीय वार्ता की शुरुआत दिसंबर 2011 में हुई थी, जब हिलेरी क्लिंटन विदेश मंत्री थी।