वाशिंगटन: ट्रंप प्रशासन के कार्यकाल के दौरान अपनी पहली अफगान रिपोर्ट में पेंटागन ने कहा है कि भारत अफगानिस्तान का सर्वाधिक भरोसेमंद क्षेत्रीय भागीदार है।
अमेरिकी कांग्रेस को सौंपी गई छमाही रिपोर्ट में कहा गया है, भारत अफगान अधिकारियों और आवेदन देने वाले कर्मियों को प्रशिक्षण का महत्वपूर्ण अवसर मुहैया करा रहा है। हर साल विभिन्न सैन्य अकादिमयों में हिस्सा लेने और ऐसे कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए करीब 130 अफगान भारत जाते हैं। पेंटागन ने कहा है भारत अफगानिस्तान का सर्वाधिक भरोसेमंद क्षेत्रीय भागीदार है और अफगान संसद निर्माण तथा अफगानिस्तान भारत मित्रता बांध जैसी असैन्य विकास परियोजनाओं सहित क्षेत्र में विकास सहयता का सबसे बड़ा योगदानकर्ता है। (महारानी एलिजाबेथ के पति प्रिन्स फिलिप अस्पताल में भर्ती)
दिसंबर 2016 से लेकर मई 2017 तक की अवधि पर तैयार की गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने सीमित सुरक्षा सहायता दी है जिसमें चार एमआई-35 विमान शामिल है। मई 2016 में भारत, ईरान और अफगानिस्तान ने चाबहार पोर्ट समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता मध्य एशिया और यूरोप में व्यापार का एक मार्ग खोलने तथा पाकिस्तान को दरकिनार करने के संबंध में है।
भारत के अफगानिस्तान के साथ करीबी संबंध हैं और दोनों ही अपने साझा पड़ोसी पाकिस्तान पर उसके भूभाग में इस्लामिक उग्रवादियों पर अंकुश लगाने के लिए पर्याप्त कदम न उठाने काआरोप लगाते हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भारत ने एक अप्रैल 2016 से 27 मार्च 2017 के बीच अफगानिस्तान को आईएनआर 221 करोड़ रूपये की विकास सहायता मुहैया कराई है।