न्यूयॉर्क: रिजर्व बैंक गवर्नर पद से इसी सप्ताह सेवामुक्त हुए रघुराम राजन ने उम्मीद जताई है कि भारतीय बैंकों को उनके फंसे कर्ज की समस्या से मुक्त कराने और उनके बहीखातों को साफ सुथरा बनाने का काम पूरा किया जायेगा और सरकार निम्न मुद्रास्फीति को प्राथमिकता देती रहेगी।
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53 वर्षीय राजन ने न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत में बैंकों के बहीखातों को साफ सुथरा बनाने का काम पूरा होगा। यह काम राजन ने शुरू किया था और अभी चल रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सख्त मौद्रिक नीति के चलते मुद्रास्फीति को सरकार द्वारा तय लक्ष्य के ऊपरी दायरे से नीचे रखने में मदद मिली है जो फिलहाल करीब छह प्रतिशत है। राजन ने कहा, मुझे लगता है कि हमने वही किया जिसकी जरूरत थी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक को मुद्रास्फीति कम रखने के काम को प्राथमिकता देना जारी रखना चाहिए।
ऐसे समय जब पूरी दुनिया के केन्द्रीय बैंक इस कोशिश में लगे हैं कि वैश्विक वृद्धि दर को कैसे तेज किया जाये राजन ने एक बार फिर चेतावनी दी है कि दुनिया में निम्न ब्याज दरों से बाजार बिगड़ सकते हैं और इसे छोड़ना मुश्किल हो सकता है।