वाशिंगटन: अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने पाक अधिकृत कश्मीर पर भारत के दावे से ख़ुद को अलग करते हुए कहा है कि कश्मीर विवाद भारत और पाकिस्तान को मिलकर सुलझाना चाहिये।
ग़ौरतलब है कि सोमवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान पर पाक अधिकृत कश्मीर और बलूचिस्तान में अत्याचार करने का आरोप लगाया था और कहा था कि पाकिस्तान को दुनियां को वहां के लोगों पर किये जा रहे ज़ुल्म-ओ-सितम का जवाब देना होगा।
सोमवार को अमेरिकी विदेश विभाग के प्रेस ऑफ़िस की निदेशक एलिज़ाबेथ ट्रूडो की प्रेस कॉंफ़्रेंस थी जिसमें एक भारतीय पत्रकार ने मोदी के बयान पर टिप्पणी करने को कहा। पत्रकार ने साथ ही ये भी कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर के सभी लोग भारतीय हैं और अब उनके हक़ में आवाज़ उठाने का समय आ गया है क्योंकि उन्हें बोलने की आज़ादी नहीं है। पत्रकार ने ट्रूडो से ये भी कहा कि मोदी ने अपने विदेश मंत्रालय को यह मसला अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने का निर्देश दिया है।
इस पर ट्रूडो ने कहा, “मैं मोदी के बयान पर टिप्पणी नहीं करुंगी, वो ख़ुद इस मसले पर बात करेंI जैसा कि आप सब जानते हैं, कश्मीर पर हमारा नज़रिया नहीं बदला है। कश्मीर पर कब और किस तरह की बातचीत हो सकती है, ये दोनों पक्षों को तय करना है।”
ट्रूडो ने पाकिस्तान और भारत से कश्मीर मसला मिलकर हल करने का आग्रह किया और कहा कि हम दोनों देशों के बीच बेहतर संबंधों के लिए किसी भी प्रयास का समर्थन करते हैं।
ट्रूडो ने कश्मीर घाटी में प्रदर्नकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पों का ज़िक्र करते हुए कहा कि सभी पक्षों को शांतिपूर्ण समाधान खोजना चाहिये। उन्होंने कहा, “हमें झड़पों की जानकारी है और हम हिंसा से चिंतित हैं। हम समाधान के लिए सभी पक्षों की कोशिशों के हिमायती हैं।”