वाशिंगटन: पेंटागन ने भारत-अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी पिछले दो दशकों में मजबूत होने का उल्लेख करते हुए शुक्रवार को कांग्रेस को बताया कि दोनों देश हिन्द-प्रशांत से वैश्विक व्यापार और वाणिज्य के महत्व को समझते हैं और क्षेत्र को लेकर उनके विचार भी समान हैं। सकल घरेलू उत्पाद के वैश्विक विकास में हिन्द-प्रशांत क्षेत्र का योगदान दो-तिहाई है जबकि वैश्विक जीडीपी का 60 प्रतिशत उसके हिस्से में आता है।
हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था... अमेरिका, चीन और जापान तथा छह सबसे तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्थाएं... भारत, कम्बोडिया, लाओस, म्यामां, नेपाल और फिलीपीन शामिल हैं। अमेरिका का एक चौथाई निर्यात हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में होता है। पिछले एक दशक में भारत और चीन को होने वाला निर्यात दोगुना से ज्यादा बढ़ा है।
पेंटागन का कहना है कि दोनों ही देश हिन्द-प्रशांत वैश्विक व्यापार का महत्व जानते हैं और समझते हैं कि इस क्षेत्र में होने वाला विकास नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय सीमा तय करने में मदद करेगा।